SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 41
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (40) पृ. सं. _ haitadi पृ. सं. ३९९-४०२ ४०९ ४१३ ४२०-४२२ ३८९ ४२७ ४२८ ४२९ ४३२-४३७ ३९१ गंडादिपरिकर्म-पद कृमि-पद नखशिखा-पद दीर्घरोम-पद दंत-पद ओष्ठ-पद दीर्घरोम-पद अक्षिपत्र-पद अक्षि-पद दीर्घरोम-पद मलनिर्हरण-पद शीर्षद्वारिका-पद अन्तःअवकाश-पद मालापहृत-पद मृत्तिकोपलिप्त-पद पृथिव्यादि-प्रतिष्ठित-पद अत्युष्ण-पद अपरिणतपानक-पद आत्माश्लाघा-पद गानादि-पद विततशब्द-कर्णश्रोतप्रतिज्ञा-पद ततशब्द-कर्णश्रोतप्रतिज्ञा-पद घनशब्द-कर्णश्रोतप्रतिज्ञा-पद शुषिरशब्द-कर्णश्रोतप्रतिज्ञा-पद विविधशब्द-कर्णश्रोतप्रतिज्ञा-पद शब्दासक्ति-पद ३८४ टिप्पण ३८६ अठारहवां उद्देशक ३८६ आमुख ३८६ नौकाविहार-पद ३८७ वस्त्र-पद ३८८ टिप्पण उन्नीसवां उद्देशक ३८९ आमुख ३८९ वियड-पद ३९१ स्वाध्याय-पद ३९१ वाचना-पद ३९१ टिप्पण बीसवां उद्देशक ३९२ आमुख सकृत् प्रतिसेवना-पद ३९२ बहुशः प्रतिसेवना-पद सकृत् प्रतिसेवना-संयोग सूत्र-पद ३९३ बहुशः प्रतिसेवना-संयोगसूत्र-पद ३९३ सकृत् सातिरेक प्रतिसेवना-प सकृत् सात ३९४ बहुशः सातिरेक प्रतिसेवना-पदद ३९४ परिहारस्थापना प्रतिसेवना-पद ३९४ बीसरात्रिकी आरोपणा-पद ३९४ पाक्षिकी आरोपणा-पद ३९५ पाक्षिकी-विंशतिरात्रिकी-आरोपणा-पद ३९५ टिप्पण ३९८ परिशिष्ट ३९२ ४४३ ४४५ ४४५ ४५० ४५४ ४५८ ४६०-४६५ ४६९-५२९
SR No.032459
Book TitleNisihajjhayanam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragya Acharya, Mahashraman Acharya, Srutayashashreeji Sadhvi
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2014
Total Pages572
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_nishith
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy