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________________ 234 वरंगचरिउ 18. परमात्म प्रकाश, जोइन्दुकृत, सम्पा. ए.एन. उपाध्ये, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई, 1937. 19. पउमचरिउ, स्वयंभूकृत, सम्पा. एस.सी. भायाणी, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, वि.सं. 1989. / 20. पउमसिरिचरिउ, धाहिलकृत, सम्पा. एच.सी. भायाणी, भारतीय विद्या भवन, बम्बई, वि.सं. 2005. / 21. प्राकृत पैंगलम्, सम्पा. भोलाशंकर व्यास, प्राकृत टैक्स्ट सोसायटी, वाराणसी, 1959. 22. प्राकृत व्याकरण, आचार्य हेमचन्द्रकृत, सम्पा, श्री ज्ञानमुनि महाराज, आचार्यश्री आत्माराम जैन मॉडल स्कूल, कमलानगर, दिल्ली-7, 1974, भाग 1-2. 23. पाहुड दोहा, मुनि रामसिंहकृत, सम्पा. हीरालाल जैन, जैन सिरीज, करंजा, 1933. 24. भविसयत्तकहा, धनपाल धक्कड़कृत, सम्पा. सी.डी. दलाल, गायकवाड़ ओरियण्टल सिरीज, बड़ौदा, 1923./ 25. मयणपराजय चरिउ, हरिदेवकृत, सम्पा. हीरालाल जैन, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, 1962... 26. महापुराण, पुष्पदन्तकृत, मूल सम्पा. पी.एल. वैद्य, सम्पा. देवेन्द्रकुमार, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, दिल्ली, (भाग-1, 2, 3, 4, 5), 2001. 27. मूलाचार, आचार्य वट्टकेरकृत, वसुनंदीकृत आचारवृत्ति सहित, टीकानुवाद, आर्यिका रत्न ज्ञानमतीजी, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली, तृतीय संस्करण, 1999. 28. रत्नकरण्डक अवकाचार, आचार्य समन्तभद्रकृत, आचार्य प्रभाचन्द्रकृत टीकासहित, सम्पा. पन्नालाल साहित्याचार्य प्रकाशक, मुनि संघ साहित्य प्रकाशन समिति, सागर, मध्यप्रदेश, छठा संस्करण, 1998. 29. वरांगचरित, आचार्य जटासिंह नन्दिकृत, अनु. खुशालचन्द्र गोरावाला, भारतवर्षीय दिगम्बर जैन संघ, चौरासी मथुरा, 1953. 30. वरांगचरित, आचार्य जटासिंह नन्दिकृत, सम्पा. ए.एन. उपाध्ये, माणिकचन्द्र दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला हीराबाग, मुम्बई, 1953../ 31. वाचस्पत्यम्, तारानाथ तर्क वाचस्पति, चौखम्बा संस्कृत सीरीज, वाराणसी, 1969. विष्णुपुराण, गीताप्रेस, गोरखपुर. 32. स्वयंभू छन्द, सम्पा. प्रो. एच.डी. वेलणकर, राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर. 33. सर्वार्थसिद्धि, आचार्य पूज्यपादकृत, सम्पा. अनुवाद फूलचंद शास्त्री, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, दिल्ली, छठा संस्करण, 1995. 34. सावयधम्मदोहा, आचार्य देवसेनकृत, सम्पा. हीरालाल जैन, जैन ग्रन्थमाला, कारंजा. 35. साहित्य दर्पण, आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र कृत, सम्पा. सत्यव्रतसिंह, चौखम्बा विद्या भवन, वाराणसी, चतुर्थ संस्करण, 1976.
SR No.032434
Book TitleVarang Chariu
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSumat Kumar Jain
PublisherKundkund Kahan Parmarthik Trust
Publication Year
Total Pages250
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size23 MB
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