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________________ 840. आयुष्य कर्म का क्षय कौनसे गुणस्थान में होता है? उ. आयुष्य कर्म का क्षय गुणस्थानों में नहीं सिद्धों में होता है। 841. आयुष्य कर्म का बंध जीव ज्ञात अवस्था में करता है या अज्ञात अवस्था में? उ. जीव आयुष्य का बंध ज्ञात अवस्था में नहीं करता, अज्ञात अवस्था में करता है। (आयुष्य का बंध कब होता है? इसकी जानकारी उसे नहीं होती, जिसके आयुष्य का बंध हो रहा है, हो चुका है अथवा होगा) आयुष्य के विषय में कुछ नियम भगवती में आए हुए हैं1. परलोक में जाने वाला जीव आयुष्य का बंध करके जाता है।' 2. आयुष्य का बंध पूर्व जन्म-भावी जन्म की अपेक्षा पूर्व अर्थात् वर्तमान ___ में होता है। 3. जीव जिस योनि में उत्पन्न होता है, उसी से संबद्ध आयुष्य का बंधन __ करते हैं। 4. एक जीव एक साथ एक आयुष्य का प्रतिसंवेदन करता है। 5. आयुष्य बंध के साथ जाति आदि छ: विषयों का निर्धारण होता है।' 1. भगवती 5/59 2. भगवती 5/60 3. भगवती 5/62 4. भगवती 5/58 5. भगवती 6/151 am कर्म-दर्शन 181
SR No.032424
Book TitleKarm Darshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanchan Kumari
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2014
Total Pages298
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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