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________________ तप लोगस्स का ध्यान कर्म १. ज्ञानावरणीय उपवास २. दर्शनावरणीय एकासन मंत्र | ॐ ह्रीं अनंत-ज्ञान गुणेभ्यो नमः की २० माला ॐ ह्रीं अनंत-दर्शन गुणेभ्यो नमः की २० माला ॐ हीं अव्याबाध गुणेभ्यो नमः की २० माला ३. वेदनीय एगलसिथं (एक अन्न का दाना ही खाया जा सके) एकलठाणा ४. मोहनीय अट्ठाईस | ॐ ह्रीं यथाख्यात गुणेभ्यो नमः की २० माला ॐ हीं अक्षयनिधि गणेभ्यो नमः की २० माला ५. आयुष्य । चार एक दत्ति (एक बार में एक साथ जो मिले वही खाना) निर्विगय ६.नाम ७. गोत्र आयंबिल . एक सौ तीन | ॐ हीं अरुपगुणेभ्यो नमः | की २० माला | ॐ ह्रीं अगुरुलघु गुणेभ्यो नमः की २० माला ॐ हीं अनंत वीर्य गुणेभ्यो नमः की २० माला ८. अन्तराय पांच अष्ट कवल (सिर्फ ग्रास) १७. बीस स्थानक ओली तप (तीर्थंकर गोत्र तप)१६ • समय बीस-बीस दिन की बीस ओली अवधि एक ओली एकान्तर से करें तो जघन्य ४० दिन और उत्कृष्ट ६ मास। • मंत्र और क्रिया मंत्र माला कायोत्सर्ग वंदना १. णमो अरहंताणं १२ लोगस्स १२ २. णमो सिद्धाणं २१ १५ या आठ लोगस्स १५ या ८ ३. णमो पवयणस्स ८ लोगस्स ४. णमो आयरियाणं ३६ लोगस्स ५. णमो थेराणं २१ १५ या २५ लोगस्स १५ या २५ २१ २१ २१ ३६ लोगस्स और तप / १०३
SR No.032419
Book TitleLogassa Ek Sadhna Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyayashashreeji
PublisherAdarsh Sahitya Sangh Prakashan
Publication Year2012
Total Pages190
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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