SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 126
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ तप पौषधोपवास क्रिया साढ़े बारह हजार जप, दस वंदना, दस लोगस्स का जप उभयकाल प्रतिक्रमण। ७. एकादशांग तप • समय किसी भी मास शुक्ला या कृष्णा एकादशी अवधि ग्यारह मास मंत्र णमो सुयदेवस्स • तप आयम्बिल, निर्विगय या उपवास क्रिया मौन युक्त साढ़े बारह हजार जप, ग्यारह वंदना, ग्यारह लोगस्स का कायोत्सर्ग। ८. चतुर्दश पूर्व तपय सारी क्रिया एकादशांग तप वत् हैं समय में एकादशी की जगह चतुर्दशी अवधि ग्यारह मास की तरह चौदह मास जानना। ६. पंचामृत तेला" • समय किसी भी मास की शुक्ल पक्ष की एकम्, बीज, तीज। अवधि पांच मास (कारण वश सात, छह मास) मंत्र णमो सिद्धाणं तप पांच अट्ठम् तप (तेला) क्रिया मौन युक्त सवा लाख जप, संवर या पौषध, उभयकाल सामायिक, प्रतिक्रमण, आठ वंदना, आठ लोगस्स का कायोत्सर्ग। १०० / लोगस्स-एक साधना-२
SR No.032419
Book TitleLogassa Ek Sadhna Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyayashashreeji
PublisherAdarsh Sahitya Sangh Prakashan
Publication Year2012
Total Pages190
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy