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________________ अन्य नक्षत्रों की भांति अन्य अनेक ७२,००० नाड़ियां चलती हैं। मेरुदण्ड का ऊपरी भाग हमारे मस्तिष्क से जुड़ा है। मेरु पर्वत भी ऊपर-नीचे लोक के ऊपरी भाग और अधोभाग को छूता हुआ बताया है। आत्म विकास की दृष्टि से मेरुदण्ड का अत्यधिक महत्त्व है। ___मनुष्य का मेरुदण्ड सीधा होने के कारण वह प्राण प्रवाह को नीचे से ऊपर . लोक का स्वरूप oleo पंडुक वन → -अभिषेक शिला 2३६००योजन सोमनस वन→ ६२५०० रोजन नन्दन वन→ ५०० योजन भद्रशाल 40060 योजन प्रथम कांड १०००० योजन 41000 पहुँचाता है। जबकि अन्य वस्तुएं गुरुत्वाकर्षण के कारण नीचे आती हैं। पशुओं का मेरुदण्ड आड़ा, वनस्पति का नीचा, कन्दमूल का अस्त-व्यस्त और कटा हुआ लोगस्स एक धर्मचक्र-१ / १३५
SR No.032418
Book TitleLogassa Ek Sadhna Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyayashashreeji
PublisherAdarsh Sahitya Sangh Prakashan
Publication Year2012
Total Pages254
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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