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________________ = उसके अनुरूप (अनुकूल)। उक्त शब्द कंठ करने के पश्चात् निम्न वाक्य स्मरण कीजिए वाक्य संस्कृत हिन्दी (1) कश्चित् पुरुषः स्वमित्रं दृष्टुम् इच्छति। कोई पुरुष अपने मित्र को देखना चाहता है। वह मित्र के पास जाकर क्या पूछता (2) मित्रस्य संनिकाशं गत्वा, स किं पृच्छति? (3) स मित्रसन्निकाशं गत्वा, अनुकूलं संभाष्य, पश्चात् तम् आपृच्छय, गृहम् आगमिष्यति। (4) स किं प्रतिवदति ? (5) एवं स प्रतिकूलवचनं श्रुत्वा कुपितः। (6) स किं क्षते क्षारं प्रक्षिपति ? (7) तेन चौरः गलहस्तिकया गृहाद् बहिः निःस्सारितः। (8) स रुग्णः सकोपम् उच्चैः अवदत्। वह मित्र के पास जाकर, अनुकूल भाषण करके, बाद में उससे पूछकर, घर लौट आएगा। वह क्या उत्तर देता है ? इस प्रकार विरुद्ध भाषण सुनकर वह गुस्सा हो गया। वह क्यों घाव पर नमक डालता है ? उसने चोर का गला पकड़कर घर से बाहर निकाल दिया। वह रोगी गुस्से में ऊंची आवाज़ से बोला। (2) अविदग्धस्य बधिरस्य कथा (2) अज्ञानी बहिरे की कथा (1) कोऽपि बधिरः स्वमित्रं ज्वरार्तं श्रुत्वा, तं द्रष्टुमिच्छन्, गृहात् प्रस्थितः। पथि व्रजन एवं अचिंतयत्। (2) मित्रसन्निकाशं गत्वा ‘अपिसह्यो ज्वरनावेगः इति पृच्छेयम्।। 'किंचिद् इव सह्यः' इति स प्रतिवदेत्। (1) कोई बहिरा अपना मित्र ज्वर से पीड़ित है (ऐसा) सुनकर, उसको देखने की इच्छा करता हुआ घर से चला। मार्ग में जाता हुआ ऐसा सोचने लगा। (2) मित्र के पास जाकर 'क्या बुखार सहन करने योग्य (है),' यह पूछूगा। 'थोड़ा ही सहन करने योग्य है !' ऐसा वह उत्तर देगा। (3) फिर 'क्या दवा लेते हो ?' ऐसा 24 (3) तत्ः 'किं औषधं सेवसे'
SR No.032413
Book TitleSanskrit Swayam Shikshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShripad Damodar Satvalekar
PublisherRajpal and Sons
Publication Year2010
Total Pages366
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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