SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 137
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 13. अद्य अनेन मार्गेण यास्यामि-आज इस मार्ग से जाता हूँ। 14. तेन अद्भुतम् आलेख्यं निर्मितम्-उसने अद्भुत तस्वीर बनाई। 15. सः भारवाहकः कुत्र अस्ति येन तव पेटकः नीतः-वह कुली कहाँ है जिसने तेरा ट्रंक उठाया ? शब्द तडागः-तालाब । उत्कण्ठे-समीप । समीपम्-पास। प्रभूतम्-बहुत । तृणम्-घास। खगः-पक्षी। वाक्य 1. एकदा कश्चिद् बालकः तडागस्य समीपं गतः-एक बार कोई बालक तालाब के पास गया। 2. तेन बालकेन तत्र तडागे एकः मण्डूकः दृष्टः-उस बालक ने वहाँ तालाब में एक मेंढक देखा। 3. जलपानार्थं तत्र एकः बलीवर्दः अपि आगतः-पानी पीने के लिए वहाँ एक बैल भी आया। 4. तेन वृषभेण प्रभूतं जलं पीतम्-उस बैल ने बहुत जल पिया। 5. तेन बालकेन तस्मै वृषभाय भक्षणार्थं तृणं दत्तम्-बालक ने उस बैल को खाने के लिए घास दी। 6. तत् तृणं तेन वृषभेण शीघ्रमेव भक्षितम्-वह घास उस बैल ने जल्दी से खा ली। 7. पश्चात् तत्र एकः खगः आगतः-फिर वहाँ एक पक्षी आ गया। 8. तस्मै केनचिद् एकः मोदकः दत्तः-उसको किसी ने एक लड्डू दिया। संख्यावाचक शब्द एका पुल्लिंग स्त्रीलिंग नपुंसकलिंग 1. एकः (एक) एकम् 2. द्वौ (दो) . 3. त्रयः (तीन) तिस्रः त्रीणि 4. चत्वारः (चार) चतस्रः चत्वारि नीचे दिए हुए शब्दों के पुल्लिंग, स्त्रीलिंग तथा नपुंसकलिंग में एक जैसे ही 136 रूप होते हैं।
SR No.032413
Book TitleSanskrit Swayam Shikshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShripad Damodar Satvalekar
PublisherRajpal and Sons
Publication Year2010
Total Pages366
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy