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________________ 6. अहम् ओदनं भक्षयामि-मैं भात खाता हूँ। 7. सः ओदनं दुग्धेन सह अत्ति-वह भात दूध के साथ खाता है। 8. त्वं कथं शर्करया सह ओदनम् असि-तू कैसे शक्कर के साथ भात खाता है ? 9. अहं तस्य छत्रं नयामि-मैं उसका छाता ले जाता हूँ। 10. मूषकः तस्य पुच्छं कृन्तति-चूहा उसकी दुम काटता है। 11. हे मित्र ! अधुना उद्यानं गच्छ, तत्र मम भृत्यः अस्ति-हे मित्र, अब बाग़ को जा, वहाँ मेरा नौकर है। सरल वाक्य 1. त्वम् अत्र शीघ्रम् ओदनम् आनय। 2. अत्र जलम् अपि नास्ति। 3. तस्य पुस्तकं तव मित्रेण नीतम्। 4. तत्र दीपः ज्वलति। 5. तस्य प्रकाशे पुस्तकं पठ। 6. सः किं वदति इदानीम्। ? 7. अहं स्वग्रामम् अद्य गमिष्यामि। 8. यदि भूमित्रः अत्र अस्ति तर्हि तम् अत्र आनय। 9. राजा चौरं दृष्ट्वा धावति। 10. यदा गृहे चौरः आगतः तदा त्वं कुत्र गतः ? पाठ 33 शब्द आसीत्-था, हुआ था। राजा-नरेश। कृतम्-किया। युद्धम्-लड़ाई। हतः-मारा, हनन किया। बभूव-हो गया था, हुआ था। नेत्रम्-आँख। नामधेय, नामक-नाम वाला । अवलम्ब्य-अवलम्बन करके । राज्यम्-राज्य । अकरोत्-करता था। भार्या-स्त्री, धर्मपत्नी। नामधेया-नाम की। साध्वी-पतिव्रता। वाक्य 1. रामचन्द्रः कः आसीत्-रामचन्द्र कौन थे ? 2. रामचन्द्रः अयोध्यानामकस्य नगरस्य राजा आसीत्-रामचन्द्र अयोध्या नाम की नगरी के राजा थे। 3. तेन रामेण किं कृतम्-उस राम ने क्या किया ? 4. रामेण युद्धे रावणः हतः-राम ने युद्ध में रावण को मारा। 5. रावणः कः आसीत्-रावण कौन था ? 6. रावणः लङ्कानामधेयस्य नगरस्य राजा आसीत्-रावण लंका नाम के नगर का
SR No.032413
Book TitleSanskrit Swayam Shikshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShripad Damodar Satvalekar
PublisherRajpal and Sons
Publication Year2010
Total Pages366
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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