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________________ शीलादि प्रत्यय (३) २५६ देने वाला है । मोहन लड्डु खाने वाला है। यह जीवन नष्ट होने वाला है। श्राविका तत्व जानने वाली है। रमेश लकडी को काटने वाला है । ब्राह्मण बार-बार यज्ञ करने वाला है। सोहन बार-बार बोलने वाला है । मच्छर बार-बार डंसने वाला है। साधु आत्मा के प्रति जागने वाला है। तत्व को खोजने वाले बनो । गाय को बांधने वाला कहां गया ? धर्म का सहारा लेने वाला सुखी होता है । यह पदार्थ अतिस्निग्ध है। अभ्यास १. निम्नलिखित शब्दों का वाक्यों में प्रयोग करो दयालुः, अगरः, दारुः, वावदूकः, मेदुरः । २. नीचे लिखे प्रत्यय किन-किन धातुओं से होते हैं ? उ, ऊक, इन्, घुर। ३. नीचे लिखे शब्दों का विग्रह करोनेमिः, प्रसवी, दारुः, भगुरं, धारुः, भिक्षुः ।
SR No.032395
Book TitleVakya Rachna Bodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya, Shreechand Muni, Vimal Kuni
PublisherJain Vishva Bharti
Publication Year1990
Total Pages646
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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