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________________ First Proof Dr. 1-3-15." परिचय एवं माहितिः जिनानुशासन के सर्वोदय-तीर्थ की पावन-मंगल जिन चरणों की प्रभावनार्थ | "महावीर दर्शन" मंचन आयोजन प्रस्तोता : प्रा. प्रतापकुमार टोलिया, श्रीमती सुमित्रा टोलिया (+ जिनभारती वृंद) • आधार : श्री कल्पसूत्र (श्वे.) महापुराण + महावीर पुराण (दिग.), श्रीमद् राजचन्द्र प्रणीत समन्वयात्मक जीवनदर्शन का गुरुआज्ञायुक्त अनुभूति ध्यान प्रयोग । समयावधि : एक बैठक, एक दिन की हो तो शा से ३ घंटे 'ध्यानसंगीत' सह दो या तीन दिन की हो तो तदनुसार विस्तार से । (पूर्व तालीम युक्त सुमधुर कंठों के त्रि-दिवसीय जिनभक्ति संगीत/ ध्यान संगीत/ समग्र संगीत शिबिर के रूप में भी वैकल्पिक आयोजना) • इस वर्ष के दिन-दिनांक : १९ अप्रैल १६ मंगलवार महावीर जयंती : चै.सु. १३, २० अप्रैल १६ बुधवार चतुर्दशी (प्रतिक्रमण समय छोड़कर) २२ अप्रैल १६ गुरुवार चै.सु. १५ (आराधना समय छोड़कर) ध्वनि-प्रकाश : सुचारु व्यवस्था ५ से ६ अच्छे माइक/ मंद प्रकाश स्थान : कोई विशाल सभागृह (होल)।यदि अन्य स्थान हो तो निकट शांत वातावरण। यदि जिनालय परिसर हो तो दर्शनार्थी के आवागमन एवं घंटनाद आदि पर नियंत्रण। 'इस सारे प्रस्तुति प्रयोग में संपूर्ण शांत वातावरण एवं शांति यह पूर्व आवश्यकता है। शिस्त-व्यवस्था : इस हेतू कार्यकर्ताओं की योजनाबध्ध व्यवस्था बराबर अपेक्षित है, ताकि प्रस्तुतीकरण प्रत्येक व्यक्ति-श्रोता के लिये कुछ शांत, प्रेरक, अनुभव प्रदाता बन सके । प्रभावना या वितरण : 'महावीर दर्शन', 'वीर वंदना', दो १०० + १०० सी.डी. की प्रत्येक श्रोता को प्राप्ति हो ऐसी व्यवस्था आवश्यक है, जो कि 'जिनभारती' से अग्रिम खरीदकर (रियासती मूल्य से) काफी समय पूर्व मंगवाई जाये । कार्यक्रम के पूर्व ( यदि सम्भव हो) और पश्चात् इन कृतियों का सदाश्रवण महावीर चेतना दृढ़ करा सकेगा, महावीर का प्रेरक आदर्श सतत बनाये रखेगा। जिनभारती के सी.डी. कैसेट, पुस्तकों की विक्रय व्यवस्था भी अवश्य हो । .. प्रस्तुतीकर्ताओं, कलावृंद कलाकारों के प्रवास व्यय पारिश्रमिकादि: स्वयं दोनों का (सिनियर सिटीज़न) A.C. + साथ में दो गानवृंद के III A.C. पारिश्रमिक के रूप में जिनभारती के प्रोजेक्टों को यथाशक्ति + कम से कम महावीर दर्शन के २०० सी.डी. प्रवास-व्यय कम करने स्थानिक कलाकार (तबला + बांसुरी / वायलिन वादक) चल सकते हैं। • भाषा-माध्यम : हिन्दी अथवा अंग्रेजी अथवा गुजराती (मातृभाषा) अथवा मराठी भी। • आवास-भोजन व्यवस्था : बिना मिर्च-मसाले का (आयंबिल वत्), सूर्यास्त पूर्व जैनाहार । मित्रोंआयोजकों के यहाँ अथवा अन्यत्र आवास-सादगीभरा, बिना अधिक खर्चीला। • पूर्व प्रचार-प्रसार कार्यक्रम का : सर्वत्र, सभी सम्भव माध्यमों से प्रायः एक माह पूर्व । सम्पर्क सूत्र : 080-26667882 / 65953440 (M) 96112315080
SR No.032330
Book TitleAntarlok Me Mahavir Ka Mahajivan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPratap J Tolia
PublisherVardhaman Bharati International Foundation
Publication Year
Total Pages98
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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