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________________ No. Date . . . . हुनु यांधो नथी. डारा, थूला पर यटी च्याने सीधे,ते मी अयित्त थई भय छे. परंतु, तगेला इरसाएाहि जाध पार्यो, गेस उपरथी नीये उतार्या माले तेमां डायूं भीषु छांयानां साये तो, डायुं भी यित्तश्पे न थपाथी, ते इस्साएहि सयित्तनात्याशीसोने अथपा रोडासां-बेस रनारां प्राप-प्राविडासोने जपे नहीं. पू. साधु-साध्वीनुने पग ते वस्तुमा पहोरापी नराहाय. घणां घरोमां, सपारे नास्तामां, जाजरां उपर ललरापपास आयतुं अशणंडे सींगनी सूट्टी यनी, सींगनो-भेथीनो-राईनो मनसालो योरे पए न अपेको तेमां नंजायेल डायुं भी यूले नयट्युडोय. मुजयास, याट मसालाहि छायां भीडांपाली रेड वस्तुसोभा खाक रीते समन्न देवानु घरमा डायुं भीडं पापश्यायी मा मधी डाणशु-जगृति राजपी पडे छे. परंतु, 'सझे सिंघासूए। मीई पापरयाना सापेतो, छोई चिंता नहे. सझे सिंधायूए मी, यूला पर छायडे पछी यूटानी नीये छाय, तेभां डोईर पांधो नथी. खसंध्य सचित्त | पृथ्वीडायनां योनी हिंसाधी पए जयी हवाय. सौटिड इगतमा प्यवहारमा), मारे गुनो ऽरनार + ऽशवनारने एवंने प्यतिखोने), मापनी पोलिस (गपरमेन्ट) तरझ्यी सन इरडाशय छे. परंतु, मन्यसे रेल गुनानी प्रशंसा ले पाणीधी राय अथवा मनधी गमाडाय तो माहनी सरहार तरन्यी डोईड नम. परंतु, प्रलुशासन तो मेड डाटुंखाणनी पात उरे छे. प्रलुर्नु शासन छठे छे , पाप हरे, ते तो लरेर छे. परंतु, भाएसमनधी पापने परे छे, ते पए। तेनां हंऽने लरे छे. (मनधी माउनारने पए दागे छे).' डारण डे, डरएए, शपए सने अनुमोदन, नरोयनां सरजां इण उह्यां छे. हा.त.: जपलद्र मुनि तो गोयरी पहोरी रह्यां हुतां (डरए), डहियारो तो सुपानहाननो लालवां द्वारा गोयरी पहोरापी रखी हुती (रापए) सने हरण तो सादृश्य ने रागुनो रेड थर्छ नायी रह्यो हुतो सिनुमोहना). सऽधी उपायेली , पृष्नी मोटी परनहार डाणी, परधी नीये तेमनां मस्त पडतां, से माथे पोय (महात्मा, उहियारो मने हुरण) मृत्यु पाभीने सहगति स्वरपे, पांथमा हेवमोऽj सेड सरjण पाने छे. KOKUYO W-N8250U
SR No.032283
Book TitleJeevvichar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJ R Shah
PublisherJ R Shah
Publication Year
Total Pages392
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
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