SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 189
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ No. Date हिवसे मनायइपे घई या अलक्ष्यइपे घयेल महामार्टि भेयोनथपा तेमांधी जनेल मिडा, शीशे माहि यापरपाधी , तेमा उत्पन्न थयेन लेन्द्रियाहि विनेन्द्रिय न्नुपानी विराधना शष्ट्य बने छे-मा' तानी मापंतो पापे छे. तेथी, उपरथी ईशायेम डेल काही जामपाणी मिहामोनो पए पपरारा, सभ प्रापडोमेन श्यो. हिवाणी पणते पए, नएसमन्दु प्रापहो, डातरी अथपा साही जहाभपाणी जामतरी मामिलट्यश्पे थयेस वry fruit) भेवापाणी मिहामो मथवा नो तेन्ट हिपसे झोडेल जहाभ सिपायना डाकू माहिामन्यवयाऽसांपापरपाथी, सलक्ष्यश्पे ज्ञानी गालगत पापता होवाधी, तेमांजनेन्द्रिय मानिस गुयोनी विराधनानी शध्यता छे.(पा र डोटीस खपेय छे. डोष्टींसाना मेश्नीलसर : डोन्ड्रींऽसभा गरा भरोसांतुनाशोनी लयानकानसरो भानपा शरीर उपरथाय छे. उया शेरनी डेपी असर घायछे ते लाया पछी ।भाएस धूल भय तेवी स्थिति छे.लिन्डेनाः नर्वस सिस्टभ जतमपुरी नाजे.छे. थाशक्ति नलगी पडे छे. डेन्सर थर्घ शडे. लीपर उपर सोने साये. नयनता-जागडने डेन्सर घ श : ..., ( पानमालनी जनेली धंगाणी मिहाई, गुलामजु, रसगुटयां, नरम लोयां पूरी, हाण-लात शाऊ गमालतीः शेटली-रोटलांना मनापेक्षा ढोडयां, डेगापडां माहिरमा इरसाएो, मीन हिवसे वासी तरी थर्ड याथी, नील हिवसेमरूयापरीन्शहाय. द्वाराए।डे, मावीर-पस्तुस्रोमां, पाएीनो जसंशयही नपाथी, नील हिपसे, भोट प्रभागमा टाणियां योगामेड प्रहारनां जेन्द्रिय नुयो) उत्पन्न घर्ष पाथी, तेमनी पिराधिनाथी जययां भाटे, सायां यासी जोराऽनो त्यागाप्रापडोमे अवश्या दृश्यो कतईजे. (3) चासी पस्तूसोने यलित रस' पसलल्य तरीडे ओगजापाय छे. ते उपरांतभां, डोहवाई गोली, डाग पीती गयेसी मिहाई, लोट कोरे घासलक्ष्य पेहेवाय छे. डाराहाडे, तेमां पर,जेन्द्रियादि विडसेन्द्रिय नुवोनी उत्पत्ति भने पिराधना थाय छे. सा सलाय पार्थो जापाथी, शारीरिक माशेयने पए हानि पहोंये छ, भडाणे भांशी डे भरए नीपले छे. KOKUYO W-N9280U
SR No.032283
Book TitleJeevvichar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJ R Shah
PublisherJ R Shah
Publication Year
Total Pages392
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy