SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 183
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (22) No. SUMMARY OF Alleha @uda yg) विश्व अनुव संसारी नवमुत्त लुप स સ્થાવર तमाम डेन्द्रिया जेन्द्रिययी पंन्निया ja स्थापर (भेडेन्द्रिय)पना दुल र लेह- पृथ्वीडायनां सपाया पडाय पाय पनस्पतिय सूक्ष्म बार सूक्ष्म बार सुना यार सुदुम बाहर, प्रत्ये साधारण। ____(ANER) . પથ અપર્યા પથ અપર્યા 1 पर्या पर्या | पर्या पर्या पर्या अपर्या પર્યા અપ - પ અપર્યા પથ અપર્ણા પય અપર્યા અને સૂક્ષ્મ બાદર -પપ પ અપ स्थापर नपोनां र लेडोनां नाम :(इरी वार- Revision माई) १) पर्याप्ता सूक्ष्म पृथ्वीडाया (3) पर्याप्ता सूहम पाउछाय शामपर्याप्ताहमा पृथ्वीय (1) अपर्याप्ता सम बाजाय अपर्याप्तामारथ्वीमाथ- (प) पर्याप्ता जार पाडाय जसपर्याप्ता पार पृथ्वीजय. | सपर्याप्ता जार पाउिठाय पा पर्याप्ता सम सपहाय। (1) पर्याप्ता बाहर प्रत्येक पनस्पतिय अपर्याप्ता सूक्ष्म अपडाय | सपर्याप्ता बार प्रत्येऽ पनस्पतिशय पर्याप्ता जाहर सपाय | ) पर्याप्ता सूक्ष्म साधारए पनस्पतिहाय टोअपर्याप्ता जाहर सपहाय रणअपर्याप्ता सून साधारणपनस्पतिमय द) पर्याप्ता सूम लेउडाय. एस) पर्याप्ता वाहासाधारएपनस्पतिजाय पण अपर्याप्ता' सुक्ष्म तेउडाया (स) सपर्याप्ता वार साधारण पनस्पतिहार पा) पर्याप्ता जाहर वाय १२) अपर्याप्ता जार ते ठाय .. KOKUYO W-NB2BOU
SR No.032283
Book TitleJeevvichar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJ R Shah
PublisherJ R Shah
Publication Year
Total Pages392
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy