SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 152
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 103 समकित थीर कार कल्याणक, आहाश, सा अंक शिवपुर साथ; गिरनार शिखर शिर, दीक्षा-नाण-निर्वाण, शौरिपुरि नगरे, चवन जनम सुखकार. १ इम भरते पंचे, औरवते बलसार, चोवीसे जिननां, थाये जिन आधार; तसु पंच कल्याणक वंदे पूजे जेह, निरुपम सुख संपत्ति, निश्चे पामे तेह, २ जिनमुख लही त्रिपदी, वळी आगम गुंथ्या जेह, वर अंग अग्यार, दृष्टिवाद गुणगेह; त्रण काले जिनवर, कल्याणक विधि तेह, समकित थीर कारण, सेवो धरिय सनेह. ३ श्री नेमिजिनेश्वर, शासन विनयेरत, जिनवर कल्याणक, आराधक भविचित्त; देवचंद्रने शासन, सानिध्य करे नीत मेव, समरीजे अहनिश, सा अंबाई देव. ४ (90) श्री नेमिनाथ जिन स्तुति जादवकुलश्री नंद समो ओ, नेमिधर ओ देवतो, कृष्ण आदेशे चालीया ओ, वरवा राजुलनारतो; अनुक्रमे त्यां आवीया अ, उग्रसेन दरबार तो, इन्द्र इन्द्राणी नाचता अ, नाटक थाय तेणी वार तो. १ तोरण पासे आवीया ओ, पशुओनो पोकार तो, सांभळी मुख मरोडीयुं ओ, राजुल मन उच्चाट तो, आदिनाथ आदि तीर्थंकर अ, परण्या छे दोय नारतो, तेणे कारण तुमे कांई डरोओ, परणो राजुल नारतो. २ २थ फेरी संयम लीधो ओ, चढीया गढ गिरनारतो, नेमिश्वर काउसग्ग रह्या ओ, पाम्या केवल सारतो, सोळ पहोर दीये देशना ओ, आपी अखंडा धारतो, भविकजीव प्रतिबोधीया ओ, बूझी राजुल नार तो, ३ अथीर जाणी संयम लीयो ओ, अंबा जय जय कारतो, ' श्याम वरणना नेमजीओ, शंख लंछन श्रीकारतो, कवि नमि कहे रायने ओ परण्या शिववहु नार तो. ४ (91) श्री नेमिनाथ जिन स्तुति गिरनारे ते नेमनाथ गाजे रे, राणी राजुल धूसके रुवेरे, मारो सामलियो गिरधारी रे, अने हरणोने हरणी बचावी रे. १ ओक चडता चडती दीसे रे, अष्टापद जिन चोवीसे रे; तमे शेजूंजय जइ जुहारो रे, आबुजी जइ दुःख वारो रे. २ जिहा चोत्रीश अतिशय छाजे रे, त्यां बेठा ढींगलमल गाजे रे, ढींगडनी वाणी मीठी रे, सहु सुणजो समकिति प्राणी रे. ३ त्यां 'बेठा अंबिका भारी रे, अने नाके सोनानी वाळी रे, सहु संघना संकट चूरो रे, नयविमलना वांछित पूरो रे. ४
SR No.032195
Book TitlePrachin Chaityavandan Stuti Stavan Parvtithi Dhalo
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDinmanishreeji
PublisherDhanesh Pukhrajji Sakaria
Publication Year2001
Total Pages634
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy