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________________ [29] से प्रज्वलित कर दें। दीपक के पास बताशे चढ़ा दें। प्रसाद रखकर स्वप्नेश्वरी देवी को प्रणाम करके प्रसाद को कुआँरी कन्याओं में वितरित कर दें। इसके बाद आगे कहा गया मन्त्र इक्कीस हजार बार जपें तो देवी स्वप्न में वार्ता करती है । मन्त्र निम्नलिखित है ॐ नमः स्वप्न चक्रेश्वरी स्वप्ने अवतर-अवतर गतं वर्तमानम् कथय-कथय स्वाहा ।। एक इस्लामी मन्त्र भी प्रस्तुत है किसी वीराने में कुआँ हो तो उसके ढाणे पर रात्रि के समय लोबान (असली) को महकाकर आगे दिया गया मन्त्र 108 बार उल्टी माला पर पढ़ें। यह क्रिया 21 दिन करनी पड़ती है । इसके प्रभाव से अंक मिलते हैं। मन्त्र निम्नलिखित हैं या ख्वाजा खिज्र मैं तेरा इलियास। लिल्लाम का दिल चित्त मेरे पास ॥ एक और प्रयोग देखें रात्रि के समय सरसो के तेल का एक दीपक प्रज्वलित करें। एक फूटी कौड़ी लेकर दीपक में डाल दें। इसके पश्चात् आगे कहा गया मन्त्र 1100 बार जपें । इसको करके लाल कनेर के पुष्प लें। इन पुष्पों को, मन्त्र से 108 बार पढ़कर शक्तिकृत कर लें। तदुपरान्त एक ताम्बे की डिब्बी में यह पुष्प भरकर तकिये के नीचे रखकर सो जायें । मन्त्र इस प्रकार है ॐनमो भणि भद्राय चेटकाय । सर्व कार्य सिद्धये मम स्वप्न दर्शनानि कुरु कुरु स्वाहा॥
SR No.032163
Book TitleSwapna Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYogiraj Yashpal
PublisherRandhir Prakashan
Publication Year1993
Total Pages98
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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