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________________ रघुवर भजन गाने में बेजोड़ है, उसे भजन गाने की आज्ञा दी । झाँझ - चिमटा - ढोलक सभी वहीं मँगा दी गईं । बड़े लड़के ने कहा--पर चाचा जी, डॉक्टर ने तो — "मैं भी तो डॉक्टर हूँ । जैसा मैं कह रहा हूँ । वही करो इन्हें नींद नहीं आनी चाहिए, यह तुम्हारी ड्यूटी है । भजन बोलने में घर के सभी सदस्य भाग लेंगे, जिस प्रकार पूर्णिमा के दिन लेते हैं । .. लड़के का चेहरा कह रहा था- - कमाल है ! हार्ट स्पेशियलिस्ट विश्राम की सलाह देकर गया है, पंडितजी कमरे में भजन गवा रहे हैं। पर उसने जुबान से कुछ नहीं कहा, जमीन पर बिछी दरी पर बैठ गया । मैं प्रातः पूजा-पाठ निबटाने अपने कक्ष में चला गया । साढ़े छः बजे जब लौटा तो अखण्ड भजन हो रहा था और वह जाग रहे थे। वह उठे, स्नादि से निवृत्त हुए । उस दिन रेस थी । कार में हम सब रेस के मैदान में गए, पाँच घोड़ों पर नम्बर लगाए, और वे पाँचों ही घोड़े जीते, उस दिन उन्होंने कई लाख जीते । वह दिन सम्भवतः उनके जीवन का सर्वश्रेष्ठ दिन था । बाद में रात्रि को जब घर के सभी सदस्यों को भजन-कीर्तन करने और नींद न लेने-देने का खुलासा बताया, तो वे चकित रह गए, अस्तु । दिनकर स्वप्न में सूर्योदय देखना शुभ है, जब कि सूर्यास्त देखना अशुभ । दिवाला यदि स्वप्न में स्वयं का दिवाला निकल जाय, तो यह शुभ संकेत है, पर यदि किसी दूसरे का दिवाना निकलता देखें या स्वप्न में सुनें, तो यह हानिप्रद है, अर्थक्षय तथा घाटा देने का ७३
SR No.032162
Book TitleSwapna Jyotish
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNarayandatt Shrimali
PublisherSubodh Pocket Books
Publication Year1978
Total Pages132
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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