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________________ अनुक्रम L ११ प्रस्तावना में उपयुक्त ग्रन्थों का अनुक्रम प्रकाशकीय Foreword सम्पादकीय प्रस्तावना ग्रन्थनाम ग्रन्थकार ग्रन्थ का विषय ध्यान के स्वामी ध्यान के भेद-प्रभेद पिण्डस्थ प्रादि के स्वरूप का बिचार ध्यान, समाधि और योग की समानार्थकत भगवद्गीता का अभिधेय भगवद्गीता व जैन दर्शन जैन दर्शन के साथ योगसूत्र की समानता ध्यानशतक व मूलाचार ध्यानशतक व भगवती प्राराधना ध्यानशतक व तत्त्वार्थसूत्र ध्यानशतक व स्थानांग ध्यानशतक और भगवती सूत्र व मोपपातिक सूत्र ध्यानशतक और धवला का ध्यान प्रकरण ध्यानशतक व प्रादिपुराण का ध्यान प्रकरण ध्यानशतक व ज्ञानार्णव ध्यानशतक व योगशास्त्र टीका व टीकाकार हरिभद्र सूरि प्रस्तावना ध्यानस्तव ग्रन्थ और ग्रन्थकार ग्रन्थ का विषय परिचय ध्यास्तव पर पूर्व साहित्य का प्रभाव विषयानुक्रमणिका (ध्यानशतक (ध्यानस्तव) शुद्धि पत्र ७४-८५ ७४ x9 . .
SR No.032155
Book TitleDhyanhatak Tatha Dhyanstava
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHaribhadrasuri, Bhaskarnandi, Balchandra Siddhantshastri
PublisherVeer Seva Mandir
Publication Year1976
Total Pages200
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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