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________________ सफा ६२८-६२६] सपिण्डोंमें वरासत मिलनका क्रम दफा ६२९ तीसरे सिद्धान्तका नक्शा मिस्टर हेरिङ्गटन साहेब के सिद्धान्त के अनुसार । किन्तु आज कल यह माना नहीं जाता। । मा४२-बा४३ । । । ३६ ४५ ५४ । । R३६ विधवा ४ मृतपुरुष . TOE . . लड़की ५ A १ २३ ३२१ लड़कीका लड़का ६ .... १२ २४ ३३ १३ २५ (१)?' यह निशान निश्चित नहीं है, मुमकिन है कि न० १५, १६, १७ का स्थान हो। (२) 'ल' से मतलब 'लड़का' और 'या' से 'बाप' और 'मा'से 'माता' है। नोट-यह मिस्टर हेरिंगटन् साहेवका सिद्धान्त उपरोक्त 2 M. I. A. 133, 1493 161. में मानागया था जिससे यह नतीमा निकला कि हर एक मित्र शाखाकी लाइन सीधी : पादा तक चली जायगी, जैसा कि ऊपरके नकशेसे मालूम होगा।
SR No.032127
Book TitleHindu Law
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandrashekhar Shukla
PublisherChandrashekhar Shukla
Publication Year
Total Pages1182
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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