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________________ १२ हिन्दूला विषय पेन V V Y . . ~ विषय -दो व्यक्तियोंके हकमें हिबा और वसीयत ? ९९३ -इक का इन्तकाल नहीं हो सकता ८९४।८९५ -हिन्दु वसीयतका कानूनी सम्बन्ध -वसीयत पर आपत्ति करना ८९७ -मुश्तरका खानदानके मेम्बरीको -कब्जेकी जायदादका असर -मसूखी कब कैसे की जासकती है ९९५ -जायदादकी चिक्रीके समय हक व -इन्डियन सक्शेसन एक्टका लागू होना ९९६ अधिकार -प्रोवेट कैसे लिया जाय -अदालत दीवानीमें दावा करना -प्रोवेट मिलनेकी दरख्वास्तमें क्या लिखना -फौजदारीमें दावा करना चाहिए -स्त्री धन पर अधिकार और हक विज्ञानेश्वर १३.१६ विवाह विश्वरूप १३।१७ -प्राचीन धर्म है और अनादि है विवादार्णवसेतु १३।१७-धार्मिक कृत्य माना जाता है विधादसारार्णव १३.१७/-दश संस्कारों के नाम विवादभंगार्णव १३।१७-याज्ञवल्क्यने ऐसे खर्च खानदानपर डाले हैं ४९ विवादचिन्तामणि १३/७/-आठ प्रकारके विवाह विधवा -ब्राह्म, दैव, आर्ष, प्रजापत्य -आसुर, गांधर्व, राक्षस, पैशाच -की वरासत -आचार्यों की रायें ७११७१९ -ब्राह्म विवाहकी रीति -जाति, सगोत्र विवाहकी पाबन्दी शूद्रोंमें नहींहै ५२ बदचलनीसे हकका चला जाना -आसुरका अनार्य ढङ्गका होना ५२.५३ -जायदादका इन्तकाल -अदालत ब्राह्म विवाह मान लेगी ५३.५५ - पुनर्विवाह -'पल्ला' किसे कहते हैं -जैन विधवाका अधिकार -का ढङ्ग कैसे निर्णय किया जायगा -वरासतकी जायदाद पर ८४१ -गांधर्व विवाह क्षत्रियोंमें भरण पोषणके बदले जायदाद छोड़ना -ग्राम विवाहसे उत्पन्न सन्तान कितनी पीढ़ियों -रोटी कपड़ा पानेका हक ७१८ को उद्धार करतीहै -मुनाफे या बची हुई रकम पर अधिकार ८५१ -धर्मकृत्योंके कुछ होने पर पूरी हो जाना मान -हक पानेका अधिकार ८७० लिया जायगा खर्च मिलना ८८३ -२८० दिनके अन्दर सन्तान पैदा होवा -माता विधवाको जायज मान ली जायगी -निवासस्थान -मुत पुरुषने अगर उन्हें अपना लड़का मानाहो ५७ हकका नष्ट होचा ८८६ -कौन हालतोंमें अदालत क्या मानेगी ५७ -के खर्चकी रकमका निश्चित करना। -तलवार द्वारा विवाह होना नहीं माना जायगा ५८ भूखे मरनेसे बचानका हक ८८९ -जाति वालेोंने अगर जायज, मान लिया हो ५८ मरनेके बाद क्रिया कर्मका खर्च ८९३ -रखेली औरतकी स्थिति, अधिकार Com G ३
SR No.032127
Book TitleHindu Law
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandrashekhar Shukla
PublisherChandrashekhar Shukla
Publication Year
Total Pages1182
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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