SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 75
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ हिन्दू-लॉ पेज ८२४ म "Mr सुबूत विषय विषय पेज -दावा करनेकी मियाद ८१९ -वृद्ध वेश्या या अन्य वेश्यायोंका पर-दावा करनेका अधिकार ८१९/८२५ वरिश पाना -जायदादके सम्बन्धमें गफलत ८२१ |-मुश्तरका स्नानदानके मेनेजरको रण्डी रखना ५४३ -सीमाबद्ध मालिकको बेदखल करना ८२२ |-पुत्रोंका उत्तराधिकार -के पीछे वाले रिवर्जनरके हक ८२२ -औरस सन्तानको हकका मिलना -दावाकी मियाद -वरासतका क्रम -कब आपत्ति कर सकता है ८२५/८३६ -नाचने वाली, गाने वाली -इस्टापुल ८२६ -स्त्रीधन के सम्बन्धमें ७९४ -कब्जा पानेकी नालिश ८३१ | -स्त्रीधनमें हक व अधिकार ९३५ -इन्तकालके जायज़ और नाजायज़ होनेका -देवदासी व वेश्याका भेद वरासतमें ८३२ -रण्डीके स्त्रीधनकी वरासत -परदानशीन औरत ८३३ लड़की -कानूनी जरूरतका कुछ हिस्सा साबित होनेपर ८३४ | -वरासत हक ०२० -सरकारका अधिकार ८३५ -बदचलनी ७२३१७२५ -की मंजूरी इन्तकालके लिये -लड़कीके लड़केकी वरासत ७२८ -मंजूरी देनेका तरीका ८६७-स्त्रीधन पर अधिकार व हक -को हक दे देना किसी स्त्रीका ८६० -कारेपनका स्त्रीधन -दो लड़कियों में से एकका त्याग -वरासत स्त्रीधनकी ९१९/९२२ -सीमाबद्ध वारिसकी डिकरीकी पाबंदी -भावी वरकी दी हुई भेटें -समझौतेकी पाबंदी -स्कूलोंके अनुसार वरासत -फरीक बनाया जाना ८७५ वसिष्ठ १३।१४ रेगुलेशन-देखो एक्ट | वली या वलायत-देखो अज्ञान रंडी या नाचने गाने वाली औरतें -कन्याका वली आर स्त्रीका वली १०४ -का गोद लेना -नाबालिगके कौन लोग वली हो सकतते हैं ३४६ -लड़कियां लानेकी चाल १५८ -विवाहिता नहन, अविवाहिता बहनकी -अदालतको कैसी शहादत पर विश्वास __ वली नहीं होगी करना चाहिये -माताका अधिकार वली होनेका ३४६ -लड़की गोद लेना -रिश्तेदार लोग कन, व कैसे बली होंगे ३४७ वेश्या या नायकिनका लड़की गोद लेना ३२३ वसीयतके द्वारा वली नियत किया जाना ३४७ नायक जातिकी लड़कियोंको रण्डी बनाने -माताको हक नहीं है कि वसीयत, द्वारा की पृथा वली नियत करे ३.८ -पूरा कानून ताकि रण्डियां न बन सकें -छोटे बच्चेका वली कौन होगा ३४९ वेश्याकी खुद कमाई जायदाद ४७३ -नाबालिग भी नाबालिगका वली होसकताहै ३४९ क्रमाने वाली वेश्याकी जायदाद ४७३ ] -वलायत जब परिवार शामिल शरीकहो३४९।३५५ ९१. ९२० ३४६
SR No.032127
Book TitleHindu Law
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandrashekhar Shukla
PublisherChandrashekhar Shukla
Publication Year
Total Pages1182
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy