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________________ हिन्दूलॉ दफा विषय ४६२ लड़के अपनी पैदाइशसे कोई हक़ नहीं प्राप्त करते ४६३ पैतृक जायदाद के इन्तक़ाल करने में बापको पूरा अधिकार है ४६४ लड़के बापसे बटवारा नहीं करा सकते और न हिसाब मांग सकते हैं २६ ४६५ दायभागलों के अनुसार पैतृक सम्पत्ति कौन है ? ४६६ दायभागलों के अनुसार कोपार्सनर ४६७ दायभागलों की कोपार्सनरी जायदाद ४६८ दायभागलॉ में हर एक कोपार्सनर अपना हिस्सा लेता है ४६६ दायभागलों में सरवाइवरशिप ४७० कोपार्सनरका पूरा अधिकार ४७१ अदालतकी डिकरीका असर ४७२ दायभागलों का मेनेजर ४७३ कोपार्सनरी जायदादका लाभ ४७४ बटवारा करानेका अधिकार ४७५ को पार्सनरी जायदादमें अदालतका ख़्याल पैतृक ऋण - मौरूसी क़र्जा सातवां प्रकरण ४७६ पुत्रका कर्तव्य और ज़िम्मेदारी ४७७ क़र्ज़ा देने वालेका कर्तव्य पुत्र और पौत्रकी जिम्मेदारी 000 ... ... ४७८ अनुचित कामोंके क़र्जेका पुत्र जिम्मेदार नहीं है ४७६ सूद दिया जायगा ... ... ४८० बापका अधिकार ... ४८१ पहिलेके क़जौंके लिये रेहन ४८२ जब लड़के फ़रीक न बनाये गये हों तो क्या पाबन्दी है ? ४८३ नीलाम से पुत्रके इतका चला जाना ४८४ रुपये की डिकरी ४८५ बेकायदा नीलामसे पुत्रोंका हक़ रक्षित रहता है ४:६ बापके मरनेके बाद इजराय डिकरी ४८७ क़ानूनी प्रतिनिधि ... ४८८ पुत्रोंका हक़ कब चला जाता है ? ४८१ बार सुबूत ... GND ... .... . a ... ... ... 0.0 300 .. ... 800 ... ... ... B ५६८ ५७१ से ५७६ ५७६ ५७३ ५८१ ५८२ -५८२ ५८३ ५८४ ५८५ oot ... 800 ... 800 पेज ५५३ ५५३ 630 E ५५४ ५५४ ५५५ ५५५ ५.५६ ५५६ ५५६ ५५७ ५५७ ५५७ ५५७ ५५८ ५६३ ५६५ ५६७
SR No.032127
Book TitleHindu Law
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandrashekhar Shukla
PublisherChandrashekhar Shukla
Publication Year
Total Pages1182
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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