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________________ दफावार सविवरण सूची AMA-- दफा ४३६ विषय मुश्तरका खान्दान छठवां प्रकरण ३८४ हिन्दू खान्दान मुश्तरका होता है ४३१ ३८५ मुश्तरका खान्दानके मेम्बर ४३२ ३८६ अपनी पैदाइशसे कौन लोग जायदादमें हक रखते हैं ४३३ ३८७ मुश्तरका खान्दानमें कौन आदमी होते हैं ? ४३४ ३८८ मेम्बरोंके हक ... - ४३५ ३८६ मिताक्षरा स्कूलके अनुसार मुश्तरका खान्दान ४३६ ३६० मुश्तरका खान्दान बनानेसे नहीं बनता ... ३६१ मुश्तरका खान्दानकी शाखाएं .. ४३६ ३६२ मुश्तरका खान्दान कब टूट जाता है ... ४३६ ३६३ अलग रहनेसे मुश्तरका खान्दान नहीं टूट जाता ४३७ ३६४ कुल देवता ४३८ ३६५ मुश्तरका खानदानका सुबूत किसके जिम्मे होगा ४३८ कोपार्सनरी ३६६ कोपार्सनरी ४३८ ३६७ बार सबूत उसपर होगा जो बटा हुआ खान्दान बयान करे .. ४३६ ३६८ बटवाराके बाद मुश्तरका हो जाना ... ४४० ३६६ कोपार्सनरी तीन पीढ़ीमें रहती है ... ४४० ४०० आखीर मालिकसे तीन पीढ़ीमें कोपार्सनरी रहती है कोपासनर ४०१ कौन लोग कोपार्सनर हैं और कौन नहीं तथा उनके हक ... ४०२ मिताक्षरा लॉके अनुसार कोपार्सनर ... ४४६ ४०३ अनौरस पुत्र ४४६ ४०४ मिताक्षरा लॉमें औरत कोपार्सनर नहीं होती ४४६ ४०५ कोपार्सनर होनेके अयोग्य पुरुष ४४४ ४०६ अयोग्यताके साबित करनेका भार किस पर होगा ४५० ४०७ मरा हुआ माना जायगा। ४५० ४०८ लड़केको हक़ कब नहीं मिलेगा ४०६ अपना हिस्सा छोड़ देना ४५१ ४१० कोपार्सनरके अधिकार ... ४५१से४५४ ४११ कोपार्सनरका मरना ... ४५५ ४१२ कोपार्सनरके मरनेसे मुश्तरका न्यापार नष्ट नहीं होता ... ४५५ ४४१से४४४ ४४४ ४५१
SR No.032127
Book TitleHindu Law
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandrashekhar Shukla
PublisherChandrashekhar Shukla
Publication Year
Total Pages1182
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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