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________________ दफावार सविवरण सूची पेज ३५८ ३६१ ३६१ ३६१ ३६१ ३६१ दफा विषय ३४३ कर्जाकी ज़रूरत साफ लिखी जाना चाहिये ३४४ ब्याजकी शरह ३४५ अदालतकी आज्ञानुसार जायदाद खरीदने में ३४६ मुश्तरका जायदादमें वलीके अधिकार ३४७ वली या मेनेजर जायदाद कब बेंच सकता है ३४८ खान्दानी ज़रूरतें क्या हैं --सरकारी मालगुजारीके देने के लिये -क्रिया कर्मके लिये --फौजदारीके मुकदमेके खर्च के लिये --रेहनसे छुराने के लिये --कर्जा अदा करने के लिये --लड़कियोंके विवाह के लिये --खाने पीने के लिये --शादी करने केलिये ३४६ मध्य भारत, राजपूताना, संयुक्त प्रांतका कायदा ३५० बम्बई और मदरासका कायदा ३५१ अदालत न्यायकी तरफ ध्यान देगी ३५२ गर्भावस्थामें बच्चेका हक ३५३ पीछेकी मंजूरीसे पाबन्दी . ३५४ साबित करना किस पक्षपर निर्भर है। ३५५ बापकी वसीयतसे जायदादका बेचा जाना ३५६ कुदरती वलीका मुआहिदा ३५७ वली या मेनेजरका मुआहिदा ३५८ जो काम वलीकी हैसियतसे वलीने किया हो ३५६ पलीकी तरफ़से किसी कर्जेका मान लिया जाना ३६० अक्षानने अपनी उमर जब झूठ बताई हो ३६१ अज्ञानके मुकदमे में सुलहनामा ३६२ कौन डिकरी नाबालिग्रको पाबन्द करेगी ३६३ वलीकी जिम्मेदारी ... ३६४ दौरान मुकदमेमें अदालत वली नियत कर सकती है ३६५ वली नियत करनेकी अर्जी में क्या लिखना चाहिये ३६६ दौरान मुकद्दमेमें अदालत वली नियत कर सकती है ३६७ वली अमानती सम्बन्ध रखता है। ३६८ वलीकी तनख्वाह ३६१ ३६२ ३६२ ३६२ ३६२ ३६४ ३६४ ३६४ ३६४ ३६५ ३६५ ३६६ ३६७ ३६८ ३६८ ३६६ ३७० ३७० ૩૭૨ ३७२ ३७४ ३७४
SR No.032127
Book TitleHindu Law
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandrashekhar Shukla
PublisherChandrashekhar Shukla
Publication Year
Total Pages1182
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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