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________________ नीति-शिक्षा-संग्रह ___ नीति के वाक्य १चार प्रकृति सत्यवादी की हैं.-१ अपना वचन पूरा करना, 2 अपना देना लेना साफ़ रखना, 3 सोच विचार कर खर्च करना, 4 गुप्त और प्रकट बस्तु में समान स्वभाव होना। २चार प्रकृति मिथ्यावादी की हैं - 1 झूठी शपथ करना, 2 भरोसा देकर विश्वास घात करना, 3 लिखे पर प्रतीति नहीं करना, 4 मिथ्या साक्षी (गवाही) देना तथा ढूंढना। . ३चार प्रकृति अहंकारियों की हैं--१ बड़ों के वचनों का खण्डन करना, 2 अपने कहे को श्रेष्ठ मानना, 3 संसार भर में अपने को भला समझना, 4 औरों के प्रणाम का उत्तर न देना / ४चार प्रकृति पुरुषार्थियों की हैं---१ सत्यवादी होना, 2 संसार को असार समझना, 3 साधुओं को दान देने में हर्ष मानना, 4 सुख दुःख में समान रहना /
SR No.023531
Book TitleNiti Shiksha Sangraha Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBherodan Jethmal Sethiya
PublisherBherodan Jethmal Sethiya
Publication Year1927
Total Pages114
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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