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________________ [ इ ] दानाण .४००१) रूपियाना आदेशथी मूलनायक श्रीशान्तिनाथ भगवान शा० धरमचन्द रुपाचन्दजीए बिराजमान कर्या. तेमज सुन्दर परिकर पण पोताना तरफथी नूतन करावी. विधि पूर्वक स्थापन कयु. १६०१) रूपियाना आदेशथी मूलनायकनी जमणी तरफ श्रीऋषस देव भगवान शाह धूलचन्द हिंदुजीए बिराजमान कर्या. १२०१) रूपियाना प्रादेशथी मूलनायकनी डाबी तरफ श्रीचन्द्रप्रभ भगवान शाह रुपाजी मोतीजी वेलांगरीवालाए बिराजमान कर्या. ६०१) रूपियाना आदेशथी गरुध्यक्षको भूति शाह चुनीलाल दानाजीए बिराजमान करी. ६०१) रूपियाना आदेशथी निवासीवानी भात शाह अमी चन्द खुबाजीए बिराजमान करी. ८०१) रूपियाना आदेशथी प्रासादेवीको भूति शाह नेमिचन्द गोवाजीए बिराजमान करी. ४००१) रूपियाना आदेशथी दंड शाह धूलचन्द हिंदुजी ए चढाव्यो. ४००१) रूपियाना प्रादेशथी रडु शाह केवलचन्द डुगरमलजीए चडाव्यु. ३५०१) रूपियाना प्रादेशथी धजा शाह डुगरमलजी दानाजी - तरफथी चढावी.. . १००१) रूपियाना आदेशथी रंगमंडप उपर रघु शाह लालचन्द वनाजी शीरोडीवालाए चढाव्यु. ..
SR No.023450
Book TitleChandonushasan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaylavanyasuri, Vijaysushilsuri
PublisherGyanopasak Samiti
Publication Year1969
Total Pages460
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size29 MB
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