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________________ અષ્ટ કર્મનો બંધ અને ક્ષોપશમ स्वाध्यायी का उपहास उड़ाना। बंध के कारण क ज्ञानावरणीय कर्म जिनवाणी BALONG श्रुत ज्ञानावरणीय कर्म के उदय से पढने में मन नहीं लगता। प्रचलाप्रचला ॐ सद् साहित्य की प्रभावना 8 कार्य करते पुरे नींद लेना खड़े हुए नींद लेना प्रचला क्षयोपशम के उपाय अरिहंते.... शरण .. पव्वजामि 12X64 Ge5-20 13× 8= सुखपूर्वक जगना निद्रा-निद्रा दर्शनावरणीय कर्म निद्रा थीणद्धि निद्रा घात्रि में विला में साथी के दांत उखाड़ देते है। 7-84 60 शिक्षक का आदर (विनय) • समय पर सोना परिश्रम में निदा त्याग थीणद्धि निद्रा दिन में हाथी की गिरने के कारण सार कोशित होते हैं। श्रीणद्धि निद्रा खून के विज्ञान से थीम दिला चाले साधु जाने जाते है। साहित्य का अनादर प्रचलाप्रचला चलते हुये चीद सेवा प्रचलाप्रचला चलते समय नींद लेना
SR No.023300
Book TitleVishva Sanchalanno Muladhar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatnabodhivijay, Sanyambodhivijay
PublisherJainam Parivar
Publication Year2014
Total Pages180
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size39 MB
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