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________________ राजनैतिक शासन तन्त्र एवं राज्य व्यवस्था .१४५ (ख) वंशक्रम-इतिहास सम्मत मान्यता के अनुसार मूलराज चावड़ राजकुमारी लीलावती का पुत्र था तथा बड़ा होने पर यह अपने मामा के हाथ से राज्य छीनकर स्वयं राजा बन बैठा। कीर्तिकौमुदी, द्वयाश्रय तथा वसन्तविलास के अनुसार चालुक्य वंशक्रम इस प्रकार है मूलराज' (९७३-६६४ ई०)>चामुण्डराज'>वल्लभराज <दुर्लभराज' भीम' (१०२६-१०६२ ई०) <कर्णदेव (१०७४-१०९१ ई०)<जयसिंह १०२९-१०६३ ई.) < कुमारपाल (११४५-११७१ ई.)<अजयपाल (११७४ ई०) < मूलराज' (द्वितीय) < भीम'१ (द्वि०) (११७८-१२३८ ३. मन्त्री वस्तुपाल तथा तेजपाल का वंशक्रम वस्तुपाल के पूर्वज गुजरात के राजाओं के अमात्य रहे थे। वस्तुपाल के दादा चण्डप थे। 3 चण्डप के पुत्र चण्डप्रसाद भी चालुक्य रानाओं के काल में सम्माननीय व्यक्ति रहे थे।४ चण्डप के पुत्र अश्वराज भी चालुक्य शासन से सम्बद्ध थे।५ अश्वराज की पत्नी का नाम कुमार देवी था तथा इनके तीन पुन थे १. कीर्ति०, २.१-५, द्वया०, २.१-४, वसन्त०, ३.३७ २. कीर्ति०, २.६-८, द्वया०, ६.१-१४, वसन्त, ३.८-६ ३. कीर्ति०, २.६-११, द्वया०, ७.१-१६, वसन्त, ३.१०-११ ४. कीर्ति०, २.१२-१४, द्वया०, ७.१-१६, वसन्त, ३.१२-१३ ५. कीर्ति०, २१५-१८, द्वया०, ८.१-८, वसन्त, ३.१४-१६ ६. कीर्ति०, २.१६-२२, द्वया०, ९.७७-७७, वसन्त, ३.१७-१६ ७. कीर्ति०, २.२३-३६, द्वया०, ११.११२-१८, वसन्त, ३.२०-२३ ८. कीर्ति०, २.४०-५१, द्वया०, १५.३८,१०२, वसन्त, ३.२४-३० ६. कीर्ति०, २.५२-५५, वसन्त० ३.३१-३३ १०. कीर्ति०, २.५६-५८, वसन्त०, ३.३४ ११. कीर्ति०, २.५६-६१, वसन्त०, २.३५-३७ १२. विशेष द्रष्टव्य, व्यास, चौलुक्य कुमारपाल, (चालुक्य वंश तालिका), पृ० ६६ तथा ६८. १३. कीर्ति०, ३.४ १४. वही, २.८ १५. वही, ३.१७
SR No.023198
Book TitleJain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohan Chand
PublisherEastern Book Linkers
Publication Year1989
Total Pages720
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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