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________________ 6 | - क्र. प्राकृत संस्कृत हिन्दी 23. अम्ह हवेमो वयं भवामः । (1ला ग.)। हम होते हैं । क्यं जुहुमः । हम होम करते हैं। 24. तुम्हे हरेह । यूयं हरथ । तुम हरण करते हो। 25. स ण्हाएइ । स स्नाति । वह स्नान करता है। 26. हं जामि । अहं यामि । मैं जाता हूँ। 27. अम्हे वरामो । । वयं वृणुमः । हम पसंद करते हैं। 28.| अम्हे वे जाएमो || आवां द्वौ यावः । हम दो जाते हैं। 29. अम्हे दो गाइमु । | आवां द्वौ गायावः । हम दो गाते हैं। हिन्दी वाक्यों का प्राकृत-संस्कृत अनुवाद हिन्दी . प्राकृत संस्कृत हम दो खड़े रहते हैं। | ते वे ठाएन्ति । । तौ द्वौ तिष्ठतः । | तू जाता है। तुं जाएसि । त्वं यासि । वे दो गाते हैं । ते वे गाइन्ति । तौ द्वौ गायतः । वे उद्वेग करते हैं। ते गिलाएन्ति । ते ग्लायन्ति । वह खड़ा रहता है। सो ठाअए । स तिष्ठति । वह जाता है। सो जाएइ । स याति । | वह गाता है । सो गाएइ । स गायति । | मैं मुरझाता हूँ। हं मिलाएमि । अहं म्लायामि । | वह ले जाता है। स नेअइ । स नयति । 10. वे दो जाते हैं। ते वे गच्छेइरे । तौ द्वौ गच्छतः । 11. हम दो पीते हैं। अम्हे दो पाएमु । आवां द्वौ पावः । 12. वे दो हरण करते हैं। ते दो हरन्ति । तौ द्वौ हरतः । 13. तू स्नान करता है। तुं बहाएसि । त्वं स्नासि । 14. तुम दोनों पीते हो। तुब्भे वे पाइत्था । युवां द्वौ पिबथः । 15. तू खाता है। तुं खाअसे । त्वं खादसि । 16. वे देते हैं। ते दाएइरे । ते ददति । 17. हम दो धारण करते हैं । अम्हे वे धरिमो । आवां द्वौ धरावः । ल + oo F - १३
SR No.023126
Book TitleAao Prakrit Sikhe Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaysomchandrasuri, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2013
Total Pages258
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size36 MB
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