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________________ आओ संस्कृत सीखें। 220 7. वाक्य बोलते समय वक्ता जहाँ विराम लेता है, वहाँ संधि नहीं होती है, और जहां विराम नहीं लेता है वहाँ दो शब्दों के बीच संधि होती है। उदा. बालः, अटति - बालोऽटति । बालः, जयति = बालोजयति । संधि अलग करने पर 'बाल: अटति' ही बोला जाएगा, क्योंकि संधि अलग करने पर विराम लेकर ही बोला जाता है । 8. स् के र् के पहले आ हो और उसके बाद घोषवान् व्यंजन आए तो 'र्' का लोप हो जाता है । उदा. बाला गच्छन्ति । 9. स् के र के पहले अ वर्ण हो और उसके बाद स्वर आए तो 'र' का लोप हो जाता है और उसके बाद पास में आए स्वरों की संधि नहीं होती है । उदा. बाल इच्छामि । बाला इच्छन्ति । बाला अटन्ति 10. पदान्त 'व्' और 'य' के पहले अ वर्ण हो और उसके बाद कोई स्वर आए तो व् और य् का विकल्प से लोप होता है और उसके बाद पास में रहे स्वरों की संधि नहीं होती है । उदा. 1. बालौ इच्छतः = बालाव् इच्छतः । बाला इच्छतः । लोप न हो तो - बालाविच्छतः । 2. बालौ अटतः । बाला अटतः, बालावटतः । पाठ-12 अव्यय 1. अव्यय नाम को लगे हुए विभक्ति के प्रत्ययों का लोप हो जाता है । उदा. बहुशस् + स् = बहुशस् 2. विभक्ति के प्रत्ययों का लोप होने के बाद भी वह पद कहलाता है । उदा. बहुशस् - बहुशर् - बहुशः । 3. जिसके रूप में कभी परिवर्तन नहीं होता है, उसे अव्यय कहते हैं ।
SR No.023123
Book TitleAao Sanskrit Sikhe Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivlal Nemchand Shah, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2011
Total Pages226
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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