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________________ आओ संस्कृत सीखें 11753 7. धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष का उत्तम कारण आरोग्य है, रोग उनका (आरोग्य) कल्याण और जीवन का हरण करनेवाला है । 8. ऋण करनेवाला पिता शत्रु है, मूर्ख पुत्र शत्रु है, (ऐसा) अप्रिय और हितकारी कहने वाला और सुनने वाला दुर्लभ है। पाठ-39 हिन्दी का संस्कृत अनुवाद 1. एतस्य देवालयस्य चत्वारि द्वाराणि सन्ति । 2. त्रिंशतो दिनानामेको मासो भवति । 3. पत्तनाच्चतुर्षु योजनेषु गतेषु महेशानमागच्छति । 4. एकस्मिन्वर्षे षड्ऋतव आगच्छन्ति । 5. भगवतो महावीरस्यैकादश गणभृत आसन् । 6. अस्माकं सेनायां तिस्त्रः कोट्यश्चत्वारि लक्षाणि विंशतिश्च सहस्राणि सैनिकाः सन्ति । 7. तस्य सेनायां पञ्चाशद् लक्षाणि षष्टिः सहस्राणि पञ्च शतानि नवतिश्च सैनिकाः सन्ति । 8. अद्य मया सप्तति विद्यार्थिनः परीक्षिताः । ___ संस्कृत का हिन्दी अनुवाद | 1. राजा की पत्नी, गुरु की पत्नी, भाई की पत्नी, पत्नी की माता और खुद की माता ये पाँच माताएँ मानी हुई हैं। 2. कमल में लालिमा, सत्पुरुषों का परोपकारीपना, दुर्जनों का निर्दयपना इन तीनों में ये तीन स्वभाव-सिद्ध हैं। 3. दान, भोग और नाश ये तीनों धन की गतियाँ हैं | 4. सौ में एक शूरवीर होता है और हजारों में एक पंडित होता है, दश हजार में एक वक्ता होता है, परंतु दातार हो या नहीं भी हो । 5. सचमुच, चींटी धीरे-धीरे हजार योजन जाती है, नहीं चलनेवाला गरुड़ एक कदम भी नहीं जाता है।
SR No.023123
Book TitleAao Sanskrit Sikhe Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivlal Nemchand Shah, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2011
Total Pages226
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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