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________________ 2145 आओ संस्कृत सीखें 9. लकड़ी जल रही है। --- 10. दो फल गिरते हैं। 11. कमल खिलते हैं । 12. शरीर नष्ट होता है । 13. साधु उद्यान में जाते हैं। 14. मनुष्य धन की इच्छा करते हैं | 15. देवदत्त पुस्तक लिखता है। 16. हम धन का रक्षण करते हैं | 17. वह पेट का स्पर्श करता है। 18. हम मित्रों का त्याग करते हैं । पाठ-15 हिन्दी का संस्कृत अनुवाद 1. श्रमणा वनङ्गच्छन्ति । 2. जना अन्नं खादन्ति । 3. नृपश्चौरांस्ताडयति । 4. शिष्य आचार्यं वन्दते । 5. ब्राह्मणाः पचन्ति । 6. अत्र तानि पुस्तकानि न सन्ति । 7. आचार्यः पूज्योऽस्ति । 8. अहमिदानी पुस्तकं लिखामि | 9. आवां जलम्पिबावः । 10. चौरा धनं हरन्ति । 11. अहन्तानि मित्राणि स्मरामि । 12. तेऽस्मान्न गणयन्ति । 13. रतिलाल आचार्यं पृच्छति। 14. कुशलं जनमहं स्पृहयामि | संस्कृत का हिन्दी अनुवाद 1. सफेद घोडा दौडता है । 2. वह देव को पूजता है । 3. मैं उनको नहीं चाहता हूँ | 4. वह उसे कहता है । 5. वह वन जलता है । 6. वह मुझे कहता है । 7. दो कमल यहाँ हैं। 8. हिरण घूमते हैं। 9. कछुआ हटता है । 10. वह धर्म करता है । 11. बहुत पानी है। 12. अभी हम तुम्हें त्याग रहे हैं। 13. राजा हमें त्याग रहा है। 14. हम दोनों यहाँ नहीं रहते हैं । 15. आप उन दो को चाहते हो । हम दो को नहीं । 16. मैं दो फलों को देखता हूँ। 17. भैंसा काला होता है | 18. वह यहाँ खड़ा नहीं रहता है। 19. वह वहाँ जाता नही है। 20. मैं धर्म को नहीं छोड़ता हूँ। 21. मैं उन दो घरों को देखता हूँ।
SR No.023123
Book TitleAao Sanskrit Sikhe Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivlal Nemchand Shah, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2011
Total Pages226
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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