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________________ STATERTAIN M ERODURATI 26 BAMERIES LEART अध्याय आठ आत्म-समीक्षण के नव सूत्र सूत्र : ७ : मैं मौलिक रूप से परम प्रतापी हूँ, सर्व शक्तिमान हूँ! मुझे सोचना है कि मैं अपने बंधना को कैसे तोड़ सकता हूँ? मेरी मुक्ति का मार्ग किधर है? अपनी अपार शक्ति के समीक्षण ध्यान में मुझे आत्म-साक्षात्कार होगा कि मैं अपने कर्मों के सारे बंधन कठिन तप की आराधना से कैसे तोड़ सकता हूँ और मुक्ति के मार्ग पर कितनी त्वरित गति से प्रगति कर सकता हूँ? ___ मैं अपनी अनन्त शक्ति की अनुभूति लूंगा, उसे लोक कल्याण की दृष्टि से सक्रिय बनाऊँगा तथा उस मौलिक परम प्रतापी एवं सर्वशक्तिमान स्वरूप को अनावृत्त करूँगा। ।
SR No.023020
Book TitleAatm Samikshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNanesh Acharya
PublisherAkhil Bharatvarshiya Sadhumargi Jain Sangh
Publication Year1995
Total Pages490
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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