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________________ घराने की राष्ट्रसेविका जैन महिला है। जवाहर दिन के उपलक्ष्य में जुलूस निकालने के कारण उन्हें 4 माह की सजा तथा 50 रुपये जुर्माना हुआ। श्रीमती जी 'ए' क्लास में रखी गयी है। जैन संदेश के अनुसार उन्होंने जैन महिलाओं को जागृत किया। कांग्रेस प्लेटफार्म पर बड़े-बड़े जलसों में पब्लिक व्याख्यान दिये और जेल यात्रा भी की। मिडमिट नाम मुरादाबाद के पास की रामपुर स्टेट के रहने वाले कल्याणकुमार जैन 'शशि' ने मुरादाबाद जिला कांग्रेस में बहुत कार्य किया। वे कांग्रेस के कार्यों से बाहरी प्रदेशों में भी जाते रहते थे। दिगम्बर जैन' पत्रिका के अनुसार श्री शशि जैन समाज के एक प्रतिभाशाली उदीयमान कवि हैं। अक्टूबर में श्री जैन काश्मीर से लौट रहे थे कि रावलपिण्डी बम केस के संदेह में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मुरादाबाद कांग्रेस में श्री 'शशि' का विशेष सहयोग रहा। इसी दौरान 'जैन मित्र' में भी समाचार कल्याणकुमार 'शशि' छपा-रावलपिण्डी में कर कल्याणकुमार 'शशि' गिरफ्तार कर लिये गये हैं। इस आन्दोलन में उन्होंने 6 माह के लिए जेल यात्रा की तथा कुछ समय तक सत्याग्रह आश्रम मुरादाबाद के अध्यक्ष भी रहे। अमरोहा (मुरादाबाद) के जैन समाज ने भी सक्रिय होकर इस आन्दोलन में अपनी आहुति दी। 'जैन मित्र' के अनुसार-अमरोहा में झंडा सत्याग्रह के कारण बुद्धसेन जैन पुत्र बाँकेलाल जैन, चाँद बिहारीलाल जैन पुत्र बाबू राम जैन को 4-4 माह की सजा हुई है। बुद्धसेन जैन एक उत्साही नवयुवक हैं। आजादी के युद्ध में उन्होंने खूब कार्य किया। चांद बिहारीलाल 4 माह की सजा पूरी करके श्री जैन अभी ही छूटे हैं। उन्हीं की भांति चाँदबिहारीलाल जैन भी देश सेवा का अच्छा कार्य कर रहे हैं। इसलिए 4 माह का कारावास उन्हें भी भोगना पड़ा। अब वे सजा पूरी करके आ गये हैं। कर जनपद फर्रुखाबाद में 26 जनवरी, 1930 को जिले के प्रमुख स्थानों पर झंडे फहराकर पूर्ण स्वराज्य का संकल्प दोहराया गया।” नमक आन्दोलन में जनपदवासियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। जैन समाज के कर्मठ कार्यकर्ता गुरधर जैन ने अपने साथियों सहित इन आन्दोलनों में भाग लिया तथा जेल की यात्रा की। उ.प्र. सरकार के सूचना विभाग के अनुसार श्री गुरधर पुत्र वंशीधर जैन (कायमगंज, जिला काम सविनय अवज्ञा आन्दोलन और जैन समाज :: 101
SR No.022866
Book TitleBhartiya Swatantrata Andolan Me Uttar Pradesh Jain Samaj Ka Yogdan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmit Jain
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year2014
Total Pages232
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size13 MB
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