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________________ 198 श्रमण-संस्कृति 4. आवश्यक नियुक्ति 2211 5. उत्तराध्ययन सूत्र 12, 9, 12, 13, 18, 22, 27,411 6. उत्तराध्ययन सूत्र 1381 7. उत्तराध्ययन सूत्र, 27.8, 13.16 आदि। 8. उत्तराध्ययन टीका, 3.65 आदि। 9. उत्तराध्ययन टीका, 12.18-19 आदि । 10. उत्तराध्ययन टीका 4, पृ० 83 आदि भगवती आराधना (मूल) 479-480 । 11. जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज, पृ० 291 । 12. उत्तराध्ययन टीका, 2, पृ० 22 - आदि। 13. सूत्र कृतांग, 2/2/301 14. ज्ञाता धर्म कथा, 1/21, समवायांग, पृ० 77, डी० सी० दास गुप्त, जैन सिस्टम, ऑफ एजूकेशन, पृ० 741 15. आवश्यकचूर्णी, पृ० 552। 16. कुट्टनीमतम्, श्लोक 124। 17. प्रतिलक्षण जातक - 1261 18. आवश्यकचूर्णी पृष्ठ 562। 19. पी० सी० रे, हिस्ट्री ऑफ हिन्दू कमेस्ट्री, भाग - एक, पृ० 62। 20. आचारांगचूर्णी, पृ० 255।। 21. समवायांग पृ. 57, अपपातिक 34-146। 22. अलंकार तिलक, 1/11 23. द्रष्टव्य - हेमचन्द्र जोशी द्वारा अनुवादित प्राकृत भाषाओं का व्याकरण पृ० 33।
SR No.022848
Book TitleAacharya Premsagar Chaturvedi Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAjaykumar Pandey
PublisherPratibha Prakashan
Publication Year2010
Total Pages502
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size36 MB
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