SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 7
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ १०६ १११ अजैन वेदोंका गुणस्थान १०४ शूद्र स्त्रीके संहनन गोत्र-व्यवस्था स्त्री की आगति १०७ गोत्र परिवर्तन स्त्रीको अप्राप्य १०८ गोत्रके दि० पाठ स्त्री आचार्य, अबला ११० (जाति कल्पना) स्त्रीकी उत्कृष्ट गति शूद्र-जिनपूजा ९० (गति-आगति) शुद्र दीक्षा-मुक्ति प्रमाण (अध्यवसाय वैचित्र्य) फिर मना क्यों! स्त्री विज्ञान बाहुबली-अनार्य स्त्री-जिनपूजा ११९ आर्य भूमि में म्लेच्छ स्त्री मुनिदीक्षा १२० स्त्री मुक्ति स्त्री दीक्षा योग्यता १२१ स्त्री की त्रुटियां (४ अनुयोग-पाठ) स्त्री के दूषण (अनुसंधान-पाठ) (प्रस्ता०१२) अभेदता १०० फिर मना क्यों! द्रव्य-वेद (नो कर्म) १०० जैन-विशालता वेदों का परावर्तन १०२ नपुंसक-मुक्ति समाप्त. ९७ ९७ १३५ १३५ १३६ श्वेताम्बर-दिगम्बर भाग दूसरे की अनुक्रमणिका केवली अधिकार नो कर्म-आहार (छै आहार) ११ प्रश्नका उत्थान कवलाहार उदय प्रकृति १२२ ज्ञानावरणीय-भूख केवली कर्मप्रकृति दर्शनावरणीय-भूख (कर्म शक्ति) (असंक्रमण) मोहनीय-भूख वेदनीय कर्म प्रमाद-भूख (ग्यारह परिषह) आहारक अठारह दूषण . अंतराय-भूख (निरीह भाव-प्रवृत्ति) पसीना Www
SR No.022844
Book TitleShwetambar Digambar Part 01 And 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDarshanvijay
PublisherMafatlal Manekchand
Publication Year1943
Total Pages290
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy