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________________ द्विसन्धान-महाकाव्य की टीकाएं १. पद - कौमुदी २. बद्रीनाथ कृत टीका (xi) ३. पुष्यसेन कृत टीका ४. राघवपाण्डवीयप्रकाशिका द्विसन्धान-महाकाव्य : तुलनात्मक परिप्रेक्ष्य रघुवंश और द्विसन्धान-महाकाव्य मेघदूत और द्विसन्धान-महाकाव्य अभिज्ञान शाकुन्तल एवं द्विसन्धान-महाकाव्य शिशुपालवध तथा द्विसन्धान- महाकाव्य निष्कर्ष तृतीय अध्याय द्विसन्धान-महाकाव्य का सन्धानात्मक शिल्प-विधान सन्धान - काव्य की सामान्य प्रवृत्तियाँ द्विसन्धान- महाकाव्य की कथावस्तु द्विसन्धान-महाकाव्य का सन्धानात्मक शिल्प-विधान १. श्लेषमूलक सन्धान-विधि (क) प्रकरण-समानता (प्रकरणैक्येन) (ख) विशेषण- विशेष्यता (विशेषण- विशेष्ययोः) (ग) उपमान- उपमेयता (उपमान- उपमेययोः) (घ) पदार्थ वैविध्य (पदैश्च नानार्थैः) (ङ) वक्रोक्ति- भङ्ग (वक्रोक्ति - भङ्गिभिः) २. यमकमूलक सन्धान-विधि (क) पदों की आवृत्ति (ख) पादों की आवृत्ति ३. चित्रालंकारमूलक सन्धान- -विधि द्विसन्धान शैली से प्रभावित काव्य ६८-९२
SR No.022619
Book TitleDhananjay Ki Kavya Chetna
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBishanswarup Rustagi
PublisherEastern Book Linkers
Publication Year2001
Total Pages328
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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