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________________ ( x ) २. ऐतिहासिक शैली के महाकाव्य ३. रोमांचक या कथात्मक महाकाव्य ४. शास्त्रीय महाकाव्य निष्कर्ष (क) रससिद्ध या रीतिमुक्त महाकाव्य (ख) रुढिबद्ध या रीतिबद्ध महाकाव्य (ग) शास्त्रकाव्य और सन्धानकाव्य द्वितीय अध्याय महाकवि धनञ्जय: व्यक्तित्व एवं कृतित्व धनञ्जय का काल १. डॉ. के. बी. पाठक का मत (११२३ - १२४० ई.), डॉ. पाठक के समर्थक साहित्यिक इतिहासकार, डॉ. पाठक के मत की समीक्षा २. डॉ. भण्डारकर का मत (९९६-११४७ ई.), डॉ. भण्डारकर के मत की समीक्षा ३. ए. वेंकटसुब्बइया का मत (९६०-१००० ई.) ४. डॉ. ए. एन. उपाध्ये का मत (लगभग ८०० ई.), डॉ. वी. वी. मिराशी द्वारा पूर्व मतों की समीक्षा ५. डॉ. वी. वी. मिराशी का मत (लगभग ८०० ई.) धनञ्जय का व्यक्तित्व धनञ्जय की कृतियाँ १. विषापहार - स्तोत्र २. नाममाला . अनेकार्थनाममाला ४. यशोधरचरित ५. द्विसन्धान - महाकाव्य ४३-६७
SR No.022619
Book TitleDhananjay Ki Kavya Chetna
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBishanswarup Rustagi
PublisherEastern Book Linkers
Publication Year2001
Total Pages328
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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