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________________ ७८ ] श्रीतत्त्वार्थाधिगमस्त्रे [ ५।३६ * श्रीजनदर्शन के अनुसार काल प्रमाण * निविभाज्य काल १ समय असंख्यात समय १ प्रावलिका (३) २५६ प्रावलिका १ क्षुल्लक भव (४) साधिक १७॥ क्षुल्लक भव = १ श्वासोच्छ्वास (प्राण) (५) ७ श्वासोच्छ्वास (प्राण) १ स्तोक(६) ७ स्तोक १ लव ३८॥ लव १ घड़ी २ घड़ी १ मुहूत्त १६७७७२१६ प्रावलिका १ मुहूर्त * ३७७३ श्वासोच्छ्वास १ मुहूत्तं ६५५३६ क्षुल्लकभव १ मुहूर्त एक समय न्यून मुहूर्त १ अन्तर्मुहूर्त (उत्कृष्ट) दो समय १ अन्तर्मुहूर्त (जघन्य) (६) ३० मुहूर्त १ दिवस (अहोरात्र) (१०) १५ दिवस (अहोरात्र) १ शुक्लपक्ष * १५ दिवस (अहोरात्र) १ कृष्णपक्ष (११) ३० अहोरात्र = १ मास (महीना) (१२) २ मास १ ऋतु (१३) ३ ऋतु १ अयन * ६ मास १ अयन (उत्तरायण, दक्षिणायन) (१४) २ अयन १ वर्ष (१२ मास) (१५) पाँच वर्ष १ युग (१६) ८४ लाख वर्ष १ पूर्वांग (१७) ८४ लाख पूर्वांग १ पूर्व * पूर्वांग X पूर्वांग १ पूर्व [अथवा ७०५६०००००००००० वर्ष] = १ पूर्व [अर्थात्-७० लाख ५६ हजार क्रोड़ वर्ष का एक पूर्व] (१८) ८४ पूर्व १ त्रुटितांग (१६) ८४ त्रुटितांग = १ त्रुटित (२०) ८४ त्रुटित १ अडडांग (२१) ८४ अडडांग १ अडड ८४ अडड १ अववांग ८४ अववांग १ अवव ८४ अवव १हूहूप्रांग (२५) ८४ हूहूप्रांग १ हूहून (२६) ८४ हूहून १ उत्पलांग
SR No.022534
Book TitleTattvarthadhigam Sutraam Tasyopari Subodhika Tika Tatha Hindi Vivechanamrut Part 05 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaysushilsuri
PublisherSushil Sahitya Prakashan Samiti
Publication Year1998
Total Pages264
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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