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________________ 227 3. राजनीति और अणुव्रत राजनीति सम्पूर्ण देश की व्यवस्था का संचालन करती है। अणुव्रत आन्दोलन के अन्तर्गत राजनीति में नैतिक चेतना और राष्ट्रीय चेतना जागरण के लिए अनेक महत्त्वपूर्ण कार्य किये जाते हैं। चुनाव के समय 'प्रत्याशी अणुव्रत' और 'मतदाता अणुव्रत' से जनता को परिचित कराया जाता है। लोकतंत्र के सच्चे स्वरूप के प्रति जागरूक किया जाता है। 4. एकता और अणुव्रत दुनियाँ विविधताओं से भरी हुई है। भाषा, जाति, सम्प्रदाय, रंग और लिंग की विविधता के बीच अणुव्रत मानवीय एकता की आवाज को बुलन्द करता है। विभेद हमारी उपयोगिता है। इस. उपयोगितां को वास्तविकता मानना समस्या पैदा करता है। इन सभी भेदों से ऊपर उठकर अणुव्रती कार्यकर्ता एक मंच से एक साथ हिल-मिलकर नैतिक . अभियान को आगे बढ़ाते हैं। मानवीय एकता की भावना को पुष्ट करते हैं। 5. धर्म और अणुव्रत ___ 'अणुव्रत आन्दोलन' एक असाम्प्रदायिक आन्दोलन है। इसके द्वारा सर्वधर्म सद्भाव की दृष्टि से भी बहुत महत्त्वपूर्ण कार्य किया जाता है। समय-समय पर सभी धर्म के लोग एक मंच पर उपस्थित होते हैं। विचारों का आदान-प्रदान करते हैं तथा सर्वधर्म सद्भाव का वातावरण बनाते हैं। 6. विश्वशांति और अणुव्रत आज विश्वशांति का प्रश्न पहले से अधिक महत्त्वपूर्ण बन गया है। 'अणुव्रत आन्दोलन' विश्व में अहिंसा द्वारा शान्ति स्थापित करने का एक रचनात्मक उपक्रम है। न्यूनतम मानवीय मूल्यों के प्रति
SR No.022500
Book TitleJain Tattva Mimansa Aur Aachar Mimansa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRujupragyashreeji MS
PublisherJain Vishvabharati Vidyalay
Publication Year2010
Total Pages240
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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