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________________ (१५) विषयांक. विषय का नाम. पृष्ठांक. .१८७ धर्मोपदेश करनेके ऊपर धनश्रेष्ठीका दृष्टांत ६४६ १८८ निद्रा लेनेका स्वरूप और जाग्रत होनेपर वैराग्य- . . ... विचार, मूलगाथा १० : ६४७ १८९ सोनेकी काम-कषायको जीतनेकी संसारस्थितिकी - और धर्ममनोरथ विचारणा ... पर्वकृत्य प्रकाश ३ । १९. पर्वदिनोमें पौषध, ब्रह्मचर्य, अनारंभ, तप, . आश्विन चैत्रकी ओलीजीकी आराधना, मूलमाथा११ ६६० १९१ पर्व-तिथियों और अष्टाह्निकाओमें धर्मकृत्य १९२ पौषध करनेकी विधि १९३ पर्वतिथिम पौषध करने पर धनेश्वरश्रेष्टीकी कथा .६७४ चातुर्मासिककृत्य प्रकाश ४ १९४ हरएक चतुर्मासी और विशेष कर वर्षाचतुर्मासीमें नियम ग्रहण करनेका स्वरूप १९५ अप्राप्यवस्तुका त्याग करनेके ऊपर मकमुनि- ' का दृष्टांत ६८५ १९६ चातुर्माससम्बन्धी भावकमाविकाके नियम. . .. ६८९ १२. चातुमासके नियम पालने पर राजपुत्रकी कथा. ६९२ १९८ लौकिक शास्त्र में बताये हुए चतुर्मास सम्बन्धी नियम. ६६७
SR No.022197
Book TitleShraddh Vidhi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatnashekharsuri
PublisherJain Bandhu Printing Press
Publication Year1930
Total Pages820
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size14 MB
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