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________________ सारांश ५ उल्लास] पञ्चसप्ततिशतस्थानचतुष्पदी. बलदेवना नाम, माता अने आयु१ अचल भद्रादेवी ८५ लाखवर्ष २ विजय सुभद्रा ७५ लाखवर्ष ३ भद्र सुप्रभा ६५ लाखवर्ष ४ सुप्रभ सुदर्शना ५५ लाखवर्ष ५ सुदर्शन विजया १७ लाखवर्ष ६ आनन्द विजयन्ती ८५ हजारवर्ष ७ नन्दन अपराजिता । ५० हजारवर्ष ८ रामचन्द्र अपराजिता .१५ हजारवर्ष । ९ बलभद्र रोहिणी . १२ हजारवर्ष चोवीश तीर्थकर, बार चक्रवर्ती, नव वासुदेव, नव बलदेव, नव प्रतिवासुदेव, ए त्रेसठ शलाकापुरुष पुरुषोत्तम कहेवाय छे. एमां जीव ५९, काया ६०, पिता, ५२ अने माता ६१ समजवा, केमके बार चक्रवर्तिमां शांति, कुन्थु, अर, ए त्रणे तीर्थंकर अने चक्रवर्ती बन्ने पदवीना धारक होवाथी त्रण ओछा थया. तेमज त्रिपृष्ठवासुदेव अने महावीरनो जीव एकज होवाथी एक ओछो थयो माटे त्रेसठमांथी चार जीव बाद करतां जीव ५९ रह्या. शांति, कुंथु, अर, ए त्रणेना चक्रवर्ती अने जिन संबंधी शरीर एकज होवाथी त्रेसठमांथी त्रण बाद करतां काया ६० थइ. ___ नव वासुदेव अने बलदेवना पिता एकज, तथा शांति कुंथु अने अरनाथ ए बबे पदवीवालाना पिता एकज होवाथी त्रेसठमांथी बार ओछा थतां ५१, मतान्तरे महावीरना पिता ऋषभदत्तने मेगा गणतां पिता ५२ थया. शांति, कुंथु अने अरनाथनी तीर्थकर अने चक्रीपणानी एकज
SR No.022123
Book TitlePanchsaptati Shatsthan Chatushpadi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajendrasuri, Yatindravijay
PublisherRatanchand Hajarimal Kasturchandji Porwad Jain
Publication Year1935
Total Pages202
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size14 MB
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