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________________ विषयानुक्रमणिका ३५९ लोकरीति ३६० साधुसंतर्पण में बहाना ३६१ आहारमें वर्जन विषय ३६२ कठोर वचनका त्याग ३६३ आहारके समय वर्व्य मनुष्य ★ ३६४ भोजन के समय और भी वर्ण्य विषय . ३६५ उत्तमदातृयुगल लक्षण ३६६ प्रशस्तदात्री ३६७ पात्रप्रशंसा ३६८ पुण्यवती साध्वी स्त्री ३६९ दानकार्य में बर्ण्य व्यक्ति ३७० दानमें प्रशस्त व्यक्ति ३७१ सूतकी व आहारदान ३७२ स्वस्त कर्तव्य ३७३ दानफल ३७४ आहार और आदर ३७५ पुण्यपापार्जन मनके अनुसार होता है ३७६ दानमाहात्म्य ३७७ आयव्यय विवेक ३७८ गुरुसेवा ३७९ वृद्ध कौन है ? ३८० गुरुसेवासे, पञ्चाश्चर्य ३८१ चतुर्थकाल में मुक्त क्यों होते हैं ? ३८२ पुण्यवान् दाता ३८३ आहारदान में सर्वदान पृष्ठ १९३ १९४ १९४ १९४ १९५ १९५ १९६ ૨૭ लोक ५१ ५२ '१३ ५४ ५५ ५६ ५७ १९६-९७ ५८-५९ १९७ ६० १९८ ६१ १९८ ६२ १९९ ६३ १९९६४-६५ १९९ ६६ २०० ६७ ६८ ६९ २०० २०१ २०१-२७०-७२ २०३७३-७४ २०४-५ ७५-७६ २०५ ७९ २०५ ८० २०६ ८१ २०६ ८२ ८३
SR No.022013
Book TitleDan Shasanam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVardhaman Parshwanath Shastri
PublisherGovindji Ravji Doshi
Publication Year1941
Total Pages380
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size27 MB
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