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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir समयावधि टीका प्र. अ. अ. ११ मोक्षस्वरूपनिरूपणम् मूलम् - पुढवीजीवा पुढो सत्ता, आउ जीवा तहाऽगणी । वाउजीवा पुढो सत्ता, तणरुक्खा सवर्थगा ॥७॥ छाया - पृथिवी जीवाः पृथक्सत्त्वाः, आपो जीवा स्तथाऽग्नयः । वायुजीवाः पृथक्सत्त्वाः, तृणवृक्षाः सवीजकाः ||७|| अन्वयार्थ :- ( पुढती जीवा पुढो सत्ता) पृथिवी - पृथिव्यैा पृथिव्याश्रिता जीवाः ते च प्रत्येकशरीरत्वात् पृथक् प्रत्येकं सच्चा जन्तवो ज्ञातव्याः, तथा( आउजीवा) आपो जीवाः पृथक् प्रत्येकं सत्त्वाः अवगन्तव्याः, (तहाऽगणी ) १७३ 'पुढवी जीवा पुढो सत्ता' इत्यादि । शब्दार्थ - - ' पुढवी जीवा पुढो सत्ता - पृथिवी जीवाः पृथक सत्वा" पृथ्वी अथवा पृथ्वीके आश्रित जीव भिन्न भिन्न जीव है 'आउ जीवाआपो जीवा' तथा जल के जीव भी भिन्न भिन्न हैं 'तहाऽगणी - तथा ऽग्नयः' तथा अग्निजीव भी भिन्न भिन्न हैं 'वाउजीवा पुढो सत्तावायु जीवाः पृथक् सत्वाः' तथा वायुकायके जीव भी अलग अलग हैं 'तणरुक्खा सबीयगा- तृणवृक्षाः सबीजका' इसी प्रकार तृण वृक्ष और बीज भी पृथक् जीव हैं ॥ ७॥ अन्वयार्थ - पृथ्वी ही जिनका शरीर है अथवा जो पृथ्वी के आश्रित रहते हैं, वे पृथ्वीजीव कहलाते हैं। प्रत्येक शरीर होने के कारण उनका पृथक् पृथक् अस्तित्व है। इसी प्रकार अप्रकायिक जीव भी 'पुढवी जावा पुढो सत्ता' इत्यादि शब्दार्थ - 'पुढवी जीवा पुढो सत्ता - पृथिवीजीवाः पृथकू सवाः' पृथ्वी स्मथवा पृथ्वीना साश्रयथी रहेता वो भुट्टा हा वो है 'आउ जीवाआपो जीवाः' तथा पाणीना को पशु गुहा हा प्रभारना छे. 'तहाsnणी - तथाऽग्नयः' तथा अप्रिय व पशु हा गुहा छे 'वाउजीवा पुढो सत्तावायुजीवाः पृथक् सत्वाः' तथा वायुडायना व हा हा . 'तरुक्खा सवीयगा- तृणवृक्षाः खबीजकाः ' ये अभी तृष्णु वृक्षो भने પૃથક્ જીવ છે. શાળા प For Private And Personal Use Only અન્વયા --પૃથ્વી જ જેનુ' શરીર છે. અથવા જેએ પૃથ્વીના આશ્રયે રહે છે. તેએ પૃથ્વી કાય જીવા કહેવાય છે. પ્રત્યેક શરીર હેવાને કારણે તેમનુ પૃથક્ પૃથક્ અસ્તિત્વ છે, એજ પ્રમાણે સૂકાયિક જીવ પણ પૃથક્
SR No.020780
Book TitleSutrakritanga Sutram Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherJain Shastroddhar Samiti
Publication Year1970
Total Pages596
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_sutrakritang
File Size11 MB
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