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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भीस्था AR ३ स्थानकाध्ययने उद्देशः४ ३१३॥ Cxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx टीकार्थः-'तिविहे' इत्यादि० परमाणु विगेरे पुद्गलोनो प्रतिघात-गतिनी स्खलना ते पुद्गलप्रतिघात छे. १ सूक्ष्म अणुरूप पुद्गल ते परमाणुपुद्गल, ते बीजा परमाणुने पामीने अटके-गतिनी स्खलना थाय, २ लूखापणाथी अथवा तथाविध बीजा परिणामद्वारा गतिथी स्खलना पामे, ३ लोकना अंतमा अटके, केमके त्यांथी आगळ धर्मास्तिकायनो अभाव छ (सू० २११) पुदगलना प्रतिघातने चक्षुवाळोज जाणे छे, माटे चक्षुर्नु निरूपण करवा माटे कहे ठे-'तिविहे' इत्यादि सुगम छे. चक्ष-नेत्र, ते द्रव्यथी आंख अने भावथी ज्ञान, ते छे जेने ते तेना योगथी *चक्षुज अर्थात् चक्षुवाळी जाणवो. चक्षुनी संख्याना भेदथी ते त्रण प्रकारे छे. तेमां एक चक्षुछ जेने ते एकचक्षु, एवी रीते द्विचक्षु अने त्रिचक्षु पण जाणवा. छादयतीति छद्म-ज्ञानावरणीयादि (कर्म)मां जे रहे छे ते छद्मस्थ, ते जो के जेने केवळ ज्ञान उत्पन्न नथी थयुं तेवा बधाय कहेवाय छे तो पण अहिं अतिशयवाळा श्रुतज्ञानादि रहित विवक्षित छे, आ हेतुथी एक चक्षु, चक्षुरिंद्रियनी अपेक्षाए छे. देव, चक्षुरिंद्रिय अने अवधिज्ञानवडे बे चक्षुवाळा छे. आवरणना क्षयोपशमथी उत्पन्न थयेल छे श्रुत अने अवधिरूप ज्ञान तेमज अवधिदर्शनने जे धारण करे छे ते उत्पन्न ज्ञानदर्शनधर कहेवाय, एवो जे मुनि ते त्रिचक्षु अर्थात् १ चक्षुरिंद्रिय,२ परमश्रुत अने ३ परमावधिवडे पूर्वोक्त कथन योग्य थाय, तेज साक्षातनी माफक हेय अने उपादेय समस्त वस्तुने जाणे छे. अहिं केवलीनुं व्याख्यान कयुं नथी. केवलज्ञान अने दर्शनरूप चक्षुनी कल्पनानो संभव छते पण चक्षुरिंद्रियलक्षण चक्षुना उपयोगनो अभाव होवाथी असत्कल्पनावडे तेने त्रण चक्षु विद्यमान नथी, एम करीने केवलीनुं ग्रहण करेल नथी. द्रव्येंद्रियनी अपेक्षाए तो ते पण (केवली पण) विरुद्ध नथी अर्थात् त्रिचक्षु घटी शके * अहिं जातुपू प्रत्ययनो लोप होवाथी मूलमूत्रमा चक्षुष्मान्ने बदले चक्षु शब्द छे. स्वरूपम् २११-१३ सूत्राणि Xxxxxxxx For Private and Personal Use Only
SR No.020691
Book TitleSthanang Sutram Sanuvadasya
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorAbhaydevsuri
PublisherAbhaydevsuri
Publication Year
Total Pages377
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_sthanang
File Size19 MB
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