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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दाक्षिणात्य रागों का निर्देश है719 उमा हैमवती का आख्यान- ईश । केन। कठ। मुण्ड। (?) उपनिषद् में आता है 720 कोकिलसंदेश के रचयिता- काश्मीरनरेश जयापीड/ उद्दण्डकवि (?) के कालिकतनरेश जामोरीन सभापंडित थे- तंजौरनरेश सरफोजी/ छत्रपति शिवाजी महाराज। 721 कोसलभोसलीयम् संधान - एकोजी/शाहजी/ शिवाजी/ काव्य में रामचरित्र के सरफोजी। साथ भोसलवंशीय (?) राजा का चरित्र वर्णित है 722 कौटिलीय अर्थशास्त्र - 17/18/19/20/ शताब्दी के प्रारंभ में प्राप्त हुआ723 कौटिल्यने अपने पूर्व- - 17/18/19/20। कालीन आचार्यों का उल्लेख किया है724 कौटिलीय अर्थशास्त्र - 14/15/16/171 (?) अधिकरणों में विभक्त है725 कौटिलीय अर्थशास्त्र - 100/125/150/1751 (?) अध्यायोंमें विभाजित है726 चाणक्यसूत्रों की कुल - 180/660/571/ संख्या (?) है- 60001 727 'भिक्षुगीता' - 7वे/9वे/11 वे/12 वे। श्रीमद्भागवत के (?) स्कन्ध में है728 सामवेद की शाखा - कौथुम/राणायनीय/ (?) नहीं है जैमिनीय/ तैत्तिरीय/ 729 सामवेद की कौथुम - केरल/ महाराष्ट्र! शाखा का प्रचार गुजराथ/ कर्णाटक। (?) में है730 (?) उपनिषद् सामवेद - छांदोग्य/ केन/ से संबधित नहीं है- तलवकार/ श्वेताश्वतर 731 आगमों की कुल संख्या - 16/32/48/64/ ग्रंथों की संख्या (?) मानी जाती है735 गरुडपुराण में पूर्व-उत्तर - 229/35/200/ 2641 खण्डों की कुल अध्याय संख्या (?) है736 हाल कविकृत गाथा - भट्टमथुरानाथ शास्त्री। सप्तशती का संस्कृत वरकर कृष्णमेनन । अनुवाद (?) किया? शिवदत्त चतुर्वेदी डॉ. रामचंद्रडु 737 त्रैलोक्यमोहन गुह के - राजपूतों की शौर्यगाथा । गीतभारतम् का विषय मराठासाम्राज्य का विस्तार । आंग्लसाम्राज्य/ देशभक्तों का यशोगान । 738 तमिळभाषीय रमणगीता - कपाली शास्त्री । वासिष्ठ के संस्कृत अनुवादक गणपति मुनि । महालिंग (?) थे शास्त्र । डॉ. राघवन्। 739 भगवद्गीता का (?) - 8/10/12/14! अध्याय 'विभूतियोग नामसे प्रसिद्ध है - 740 भगवद्गीता के (?) - 2/3/4/5/ अध्याय का नाम कर्मयोग है741 भगवद्गीता के 15 वे - विश्वरूपदर्शन/ भक्तियोग/ अध्याय का नाम (?) है गुणत्रयविभागयोग/ पुरुषोत्तमयोग। 742 बौद्धोंके वज्रयान गुह्यकातंत्र/ गुह्यसमाजतंत्र/ संप्रदाय का प्रमाणभूत गुरुतंत्र/ गुह्यार्थादर्श । तांत्रिक ग्रंथ (?) है743 गूढावतार ग्रंथ में भगवान् - चैतन्यप्रभु/ शंकरदेव/ विष्णु का (?) रूपमें ज्ञानेश्वर/ नानकदेव। अवतरण वर्णित है744 अथर्ववेद का एक मात्र - ऐतरेय/ गोपथ/ शतपथ/ विद्यमान ब्राह्मणग्रंथ षड्विंश । 732 शब्दानुशासन के 4 अंगों - धातुपाठ/ गणपाठ/ उणादि में (?) अन्तर्भूत नहीं है- पाठ/ फिट्सूत्र 733 (?) पाठ व्याकरणशास्त्र - जटा/माला/ शिखा/ खिल से संबंधित है734 भगवद्गीता के अनुसार - 15/16/17/18 । लिखित, प्राचीन गीता 745 गोपथ ब्राह्मण का अधिक- कर्णाटक/ महाराष्ट्र/ गुजराथ मात्रा में प्रचार (?) है- राजस्थान । 746 मदन कवि के कृष्णलीला- मेघदूत/ घटकर्पर/ नेमिदूत/ काव्य में (?) काव्य की कृष्णदूत । पंक्तियों की समस्यापूर्ति है 747 भासकृत प्रतिमा नाटक - रामायण, महाभारत/ (?) कथा पर आश्रित है भागवत/ लौकिक । 748 वाल्मीकीय रामायण और - वाराणसी/ शृंगवेरपुर। अध्यात्मरामायण के त्रिवेंद्रम/ मैसूर । टीकाकार रामवर्मा (?) संस्कृत वाङ्मय प्रश्नोत्तरी / 25 For Private and Personal Use Only
SR No.020650
Book TitleSanskrit Vangamay Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreedhar Bhaskar Varneakr
PublisherBharatiya Bhasha Parishad
Publication Year1988
Total Pages638
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary
File Size30 MB
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