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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १] ४७ [भम स-पु. वचन पु० इकरार; विश्वास भ-५० बारी स्त्री०; रिवाज -पु. चहचहाट स्त्री. शोरगुल 1-10. प्राचीन पु० पुराना आयु-१० कोल्हू पु० घानीति -स्त्री० क्रान्ति स्त्री० इन्कलाब नि. गो . न. सियार यात्म-वि० रचनात्मक वि० अमली असम-स्त्री. नाश पु० बर्वाही २-वि० निर्दय पु० जुल्मी अवि-वि० ज्ञाता पु० जानकार ध-पु. आवेश पु० गुस्सा A-Y० भाण्डार पु० खजाना हास-पु. डेढ़ मील का फासला पु० 3141(A)यक्ष-यु. भवारी पु० सिट-वि० दुरूह वि० मुश्किल खजानची देश-पु० पीड़ा स्त्री० तकलीफ शिक्ष-स्त्री प्रयत्न पु• कोशिश थित-५० कदापि अ० कभी 3.08-पु. उदर पु० पेट; कोठार क्षत-वि० घायल वि० जख्मी आस-डेढ़ मील का फासला; चड़स पु. क्षय-पु नाश पु० बर्बादी 6-2403 सड़ना म०क्रि० क्षात्र-वि० क्षत्रिय संबंधी वि. -वि. सड़ा हुआ वि० क्षार-वि० खार पु० आयो-० ग्रास पु० कौर क्षांत-वि० क्षमाशील पु. in-स्त्री. गर्व पु० मगरूरी क्षिति-स्त्री० पृथ्वी स्त्री० जमीन 321-पुल बैल या ऊँटका मल पु. क्षितिर-स्त्री. जहाँ आकाश और औमि -वि. पारिवारिक वि० घरेलू : पृथ्वी मिलते दिखाई दें औतु-1. अद्भुत खेल पु० अजीव क्षा-६० दुर्बल वि० कमजोर तमाशा क्षी२-१० दूध; खीर; पानी पु० पान-10 लंगोटी स्त्री० कच्छा सुर-५० तुच्छ पु० मामूली माय-न० कुंवारापन पु० क्षु०५-१० खिन्न वि० बेताप मुही-स्त्री. ज्योत्स्ना स्त्री० चाँदनी -वि० अल्प वि० थोड़ा औरत-न० शक्ति स्त्री० कुव्वत क्षेत्र-10 खेत पु० जमीन; जगह; खुलाऔश६५-१० प्रवीणता स्त्री० कमाल पन; शरीर; तीर्थ; युद्धभूमि यामत-स्त्री० प्रलय पु• कयामत [५] थारे। (अयार)-० क्यारी स्त्री० मई-० क्षयरोग पु० तपेदिक यास-पु. अनुमान पु० अन्दाज सम-वि० उष्ण वि० गर्म For Private and Personal Use Only
SR No.020601
Book TitleRashtrabhasha Shabdakosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSahityaratna
PublisherVora and Company Publishers Limited
Publication Year1950
Total Pages221
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size10 MB
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