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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पिस ૧૫૩ [पुगाउनु (५२स-न० परोसना पा५Nभू-10 पीपराम्ल पु० (पक्षास्त्री० पेलना पु० पापा-स्त्री. फुरसे बजनेवाली पत्तेकी (पशु-10 गेंद स्त्री० नली पिथाय-० भूत पु० पीमच-म०. सुगन्ध फैलना (५स्तु-10 पिस्ता पु० खुशबू फैलाना पिस्तान-स्त्री. पिस्तौल स्त्री० तमंचा पीयूष-न० अमृत पु० पि2-1. पिंजरा पु० पाया- आँख का कीचड़ पु. पि-पु. गोला पु० शरीर पार-५० मुसलमानों का एक पवित्र (५४२-(२)-गाय भैंस चरानेवाला आदमी पाम-२०४० निन्दा करना, बदनामी पीरस-स०३० परोसना करना । पाश-वि. आसमानी वि० पीगण-म०६. पिघलना पी-०० निचोना; दुख देना पाछे:-स्त्री० हार स्त्री. पीछे हटना पी-10 मुर्गी का बच्चा पाछी-10 पीठ स्त्री. पीसी-पु. जड़ के पास फूटी हुई नई पीट-H०० पीटना कोंगल स्त्री. पी-10 पृष्ठिका स्त्री. पीशवा-स्त्री. थैली स्त्री० पी-स्त्री. वंशावली, प्रकरण पीसी-स्त्री. अनाज पीनेका संचा पी-न• शराबकी दूकान स्त्री० पीस-स०० पीसना पी-स.f० सताना, तकलीफ देना । पीसा-पु० सीटी धी-स्त्री. दुःख, तकलीफ पी'म'-सof• बिखेरना पीट-वि० परिपक्व, वृद्ध पीर-स्त्री. धुनियेकी पीजनी स्त्री; पाए-न० पेय पदार्थ पु० बात बढ़ाना पात-वि० पीला पी-स०६० धुनना पाता५३-०पीला वस्त्र० पु. पी -पुं० धुनिया पु. पाघेस-वि. पियक्का पु० शराबी | पीटा।-पु. लुटेरा पु० डाक पान-वि. पुष्ट वि० मोटा पुर- पुकार स्त्री० पाप-10 धातु या काठका नलाकार पुस्त-वि० गंभीर बर्तन Ysj-स०० पहुँचाना For Private and Personal Use Only
SR No.020601
Book TitleRashtrabhasha Shabdakosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSahityaratna
PublisherVora and Company Publishers Limited
Publication Year1950
Total Pages221
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size10 MB
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