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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir लीलापत ( ५३७ ) लुघ लीलापत (पत्ति)-पु. १ ईश्वर, लीला का स्वामी । २ इन्द्र । लुबनी-स्त्री० [सं०] कपिलवस्तु के पास का एक वन । लीलापुरसोत्तम-पु० श्रीकृष्ण । लुबेक-पु. नक्षत्रों संबंधी एक योग । लीलाबर-पु० [सं० लीला-वर] ईश्वर । लुमणो (बो)-देखो 'लूबणो' (बौ)। लोलामवाळ (भुमाळ, भुवाळ)-पु० इन्द्र ।-वि० उदार, दाता लु-स्त्री०१ पृथ्वी।-पु. २ माली । ३ संसार । ४काटना क्रिया। लीलामय-वि० [सं०] क्रीड़ा युक्त, लीलामय । -वि० भक्षण करने वाला। लीलावंती-पु. एक वृक्ष विशेष। लुप्राब-पु० [अ०] चिपचिपा पदार्थ । लीलावती-स्त्री०१ ज्योतिविद भास्कराचार्य की कन्या जोलमारियो. लग्रारो-पू० (स्त्री० लूमारी) १ गाय का छोटा गरिणतज्ञ थी। २ एक देवी । ३ एक रागिनी। ४ एक छन्द बच्चा। २ देखो 'लुहार'। विशेष । लुआळ-स्त्री० ज्वाला, लपट । लीलावर-वि० लीला करने वाला । -पु० श्रीविष्णु, श्रीकृष्ण । लुकंजरण-पु. एक प्रकार का अंजन । लीलासंध-वि० अद्भुत क्रीड़ाएं करने वाला। लुक-वि० १ तीव्र रूप से प्रज्वलित । २ लुप्त, छुपा हुमा । लीलासागर-पु. श्रीविष्णु, श्रीकृष्ण । लुकड़ी-स्त्री० लोमड़ी। लोलीसाड़ी-स्त्री० एक लोक गीत । लुकट-स्त्री० [सं० लकुट] १ लकड़ी । २ बांसुरी। लीलोती, लीलोतरी, लीलोत्री-स्त्री० १ हरी घास । २ वनस्पती। लुकरणाडाइ (ई)-स्त्री० बच्चों का एक खेल । २ हरी सब्जी। लुकरणौ (बो)-क्रि० [सं० लुक] १ छुपना, छुपजाना । २ भोट लीलो-पु. १ हरा घास, हरा चारा । २ हरा रंग ।-वि० १ हरे या पाड़ लेना । ३ लुप्त होना। ४ गुप्त स्थान पर रहना। रंग का, हरा ! २ देखो 'नीलो'।। ५ अदृश्य होना । ६ प्रावरण या कृत्रिमता की मोट में लीलोचेर-वि० १ गहरा हरा । २ हरियाली युक्त। रहना, छद्म रूप में होना। ७ दब जाना। ८ मिलना, लीवडो-पु. नीम। झुकना (पलक)। लीवलीरण-देखो 'लयलीन' । लीह-देखो 'लीक'। लुकमान-पु० [अ० लुक्मान] १ कुरान के अनुसार एक प्रसिद्ध लीहटी-देखो 'लोकटी'। वैद्य, इकीम ।-स्त्री० २ तोप । ३ बंदूक । लोहवरणो (बो)-क्रि० झींगुरों का ध्वनि करना । लुकमीचणी-स्त्री० प्रांखमिचौनी का खेल। लुकड़ी, लुकडी-पु. १ एक वृक्ष विशेष । २ देखो 'लाकी'। लुकमी-पु. [अ० लुक्म] ग्रास, निवाला । लुकारियो-देखो 'लूकार'। लुकम्मीनाळ-स्त्री० १ तोप । २ बन्दूक । लुकालु-वि० कृश, पतला। लुकलुकमीचणी-देखो 'लुकमीचणी' । लुगाड़, लुगाड़ो-वि० बदमाश, धूर्त, चालाक । लुकवेस-पु० कुंज। लुगी-देखो 'लूगी'। लुकसाज-पु० तैयार किया हुआ चमड़ा विशेष । लुचन-स्त्री० [सं०] बाल मादि नोचना क्रिया। लुकाणी (बौ), लुकावणो (बौ)-क्रि० १ किसी गुप्त स्थान में लचित-वि० १ नोचा हुमा । २ उखाड़ा हुमा । ३ काटा हुमा। रखना । २ छुपाना, छुपा देना। ३ मोट या पाड़ में रख लुछणो (बो)-देखो 'लूछणो' (बी)। देना, करना । ४ लुप्त करना । ५ प्रहश्य करना । लुजी-देखो 'लूजी'। ६ छद्मता या कृत्रिमता की प्रोट में करना । ७ दबाना । लुठक-वि० लुटेरा। ८ मिलाना, झुकाना, झपकाना। लुठि, लुठी-स्त्री० १ छत्तीस प्रकार के दण्डायुधों में से एक। | लुक्करणो (बो)-देखो 'लुकरणो' (बो) । २ घोड़े या गधे का लौटना क्रिया । लुक्ख, लुक्खौ लुख, लुखो-देखो 'लूखौ' । लुगणी (बो)-देखो 'लूणणो' (बी)। लुगयुगो-वि० (स्त्री० लुगधुगी) । कांतिहीन, शोभाहीन । लुगारणी (बी), लुणावरगो (बो)-देखो 'लूणाणो' (बी)। २ शुष्क, रूखा। लुपट-देखो 'लंपट'। लगदी-स्त्री० किसी वस्तु को गीला करके कूट या पीस कर लुबक-पु० फलित ज्योतिष में एक योग । बनाया हुआ गोला। लौंदा । लुबगो (बो)-देखो 'लूबणो' (बो)। लुगाई, लुगावड़ी-स्त्री. १ पौरत, स्त्री, नारी । २ पत्नी, जोरु, लुबाळी (लो)-वि०(स्त्री० लु'बाळी) १पारामदेह । २ झूमता | भार्या । हा। ३ जिसके लाल व मोतियों की लड़े लटक रही हों। लघ-देखो 'लघु'। For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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