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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir द्वारि ( ४ ) कारि-पु० [सं०] कामदेव, मदन । . रुरुप्री-पु. एक प्रकार का उल्लू । समाळ-वि० [सं० रुद्राल) रुद्र का, रुद्र सम्बन्धी ।-पु० रुरु-पु० [सं०] १ मृग, कस्तूरी मृग। २ एक राक्षस विशेष । १ महादेव, शिव । २ यवन, मुसलमान । ३ रुधिर। । ३ राम शब्द की ध्वनि । सा, साळू-वि. भयंकर, भयावह । हरुक-पु० एक सूर्यवंशी राजा । हद्वावास-पु० [सं० रुद्र-प्रावास] शिव का निवास स्थान, काशी, | रुरुभैरव-पु० दुर्गा के साथ पूजा जाने वाला भैरव विशेष । कैलाश, श्मशान । | हरियो-पु. मारवाड़ में चलने वाला एक प्राचीन सिक्का ।। खो-स्त्री० [सं०] १ रुद्र संबंधी वेद मंत्रों का लघु संग्रह। रुळकरणो, (बो)-देखो 'रळकणों (बी)। २ एक प्रकार की वीणा। कळलो (ग), इलणी (बो)-क्रि० [सं० लुलनम्] १ बर्बाद होना द्रौ-देखो 'रुद्र'। क्षतिग्रस्त होना, इतना नुकसान उठाना कि पूर्ति न हो रुधक्क, रुधर-देखो 'रुधिर'। सके। २ दुरी दशा में पड़ना, बिगडना। ३ मन या विचारों रुधिर-पु० [सं०] १ प्राणियों का खून, रक्त । २ रक्तवर्ण । से भटकना। ४ फैलना, छितरना, बिखरना। भारी -वि० लाल। अव्यवस्था होना, स्थिति बिगड़ना। ६ भ्रम में पड़ना, गुमरुधिरगुल्म-पु. [सं०] एक प्रकार का स्त्री रोग। राह होना। ७ घुसना, प्रविष्ट होना। ८ चरित्रहीन रुधिरोध-पु. एक नरक का नाम। । होना । निरुद्देश्य भटकना। १. स्थिर न राना, स्थाई रुधिरांनन-पु० [सं०] मंगल ग्रह की वक्र मति । मावास का प्रभाव होना । ११ ठोकरें खाना, ठोंकरों में रुधिराळ-देखो 'रुधिर'। पड़े रहना । १२ युद्ध के बाजे बजना। १३ विवशता में रुधिरासन-पु. [सं० रुधिराशन] १ श्रीराम द्वारा मारा गण मारा-मारा फिरना । १४ लटकना, लहराना । एक राक्षस । २ राक्षक, पसुर। ३ खटमल, बोक, मकर रुलपट-पु० १ पव्यवस्था, कुशासन । २ देखो 'रळपट' । प्रादि जोव। रुळयो-देखो रुळो'। रुपावी-देखो रुपयौ। रुळाई-स्त्री. १ रोने की क्रिया या भाव। २ अव्यवस्था । रुपट्टी-देखो रुपयौ'। ३ लटकना। उपरणो (बी)-क्रि० १ नुकीली वस्तु का किसी पदार्थ में धंसना, | रुळारणो' (बी)-क्रि० १ बिगाड़ा करना, बिगाड़ना, बर्बाद या गड़ना । २ जमीन में धंस कर स्तंभ की तरह सीधा या खराब करना । २ अव्यवस्था, कुशासन, कुप्रबंध कराना । पाडा-टेढ़ा अवस्थित होना। ३ जमीन में फंस कर स्थिर ३ छितराना, फैलाना । ४ बिखेरना, तितर-बितर कराना। होना । ४ ठहरना, टिकना, रुकना। ५ निश्चल या स्थिर ५ घुसाना, प्रवेश कराना। ६ रणवाद्य बजवाना । होना । ६ मुकाबले में डटना, पड़ना, परिग होना। ७ रुलाना । ८ इधर-उधर फैलना, विखरना । ९ ध्वनिमान रुपयो-पु० [स० रूप्यक] १ चांदी का सिक्का, रुपया । होना। २ पूर्व में सोलह माने तथा वर्तमान में सो पैसे के मान | लळिमाउति. सलिमाउति (ती), कळियाइत-देखो 'रळियाइत' । वाला धातु का सिक्का या कागज का नोट । ३ कागजी रळियामसो-देखो 'रळियामणी'। मुद्रा। ४ धन, दौलत। रुळियार-वि० १ उद्दण्ड, बदमाश । २ लुच्चा, लफंगा, दुष्ट । रुपारेल-स्त्री. एक प्रकार की चिड़िया जिसके शकुन लिए . ३ दुष्ट, पाजी, नीच । ४ जिसका कोई ठोर-ठिकाना न जाते हैं। हो। ५ निरुद्देश्य भटकने वाला। ६ चरित्रहीन, व्यभिचारी। पावमास-पु. जैनियों के ८८ ग्रहों में से २८ वा ग्रह। '७ अनुशासनहीन, पाजाद, भवारा । ८ जिसका कोई रुपियो-देखो 'रुपयो। महारा न हो, बेसहारा ।। रुपी-पु० जैनियों के ८८ ग्रहों में से २७ वा ग्रह। | रुळियारगी-स्त्री. १ बदमाशी, लपटता, उद्दणता, अव्यवस्था । छपेली-वि.(स्त्री० रुपेली) १ श्वेत प्रकाश वाला। २ रुपहला। प्रबारागर्दी। २चरित्रहीनता । बाई-स्त्री० [40] १ उर्दू-फारसी की एक कविता विशेष । रुळियाररासो-पु० १ राजकता । २ भब्यवस्था । २ एक प्रकार का तराना, गाना। रळियारी-स्त्री. लंपटता, बदमाशी, पवारापन । हमभुम-देखो 'रिमझिम'। स्महरी-पु. एक प्रकार का घोड़ा । रुळियारी-पु० गड़बड़ी, अव्यवस्था । भराजकता। इमा-स्त्री. सुग्रीव की पत्नी का नाम । रुळीयांमणो-देखो 'रळियांमणों'। इमापुर, दमापुरी-स्त्री० सांभर नगर का प्राचीन नाम । रुळी, रुली-देखो 'रळी' । For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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